महाराष्ट्र काडर की विवादित आईएएस पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर की पुलिस हिरासत दो दिनों के लिए बढ़ा दी गई है. उनको शनिवार को पुणे की एक अदालत में पेश किया गया. वहां मनोरमा ने जज से शिकायत की है कि उनको समय पर खाना नहीं दिया जा रहा है. इसके बारे में जज ने अदालत में मौजूद जांच अधिकारी से पूछताछ की और उनसे सीसीटीवी फुटेज लाने का आदेश दिया है, ताकि समय की जांच की जा सके.
सुनवाई के दौरान जज ने जांच अधिकारी के आदेश दिया है कि वो 18 से 20 जुलाई के बीच की लॉक अप की सीसीटीवी फुटेज अदालत में पेश करे. मनोरमा को किसानों को धमकी देने और हथियार लहराने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. उनको पुलिस की एक टीम ने रायगढ़ के महाड के एक होटल से पकड़ा था. वहां वो नकली पहचान के साथ रह रही थी. वो इस होटल में एक शख्स के साथ ठहरी थीं, जिसे उन्होंने अपना बेटा बताया था.
इस होटल के मालिक अनंत ने बताया था कि मनोरमा खेडकर ने होटल में चेक इन के समय अपना नाम इंदुबाई बताया था. गुरुवार तड़के 3.30 बजे लेडी कॉन्स्टेबल के साथ पुलिस की एक टीम होटल पहुंची और सुबह लगभग 6.30 बजे वहां से चली गई. इस दौरान मनोरमा को भी अपने साथ ले गई. उनकी गिरफ्तारी ट्रेनिंग कर रही आईएएस पूजा खेडकर के विवादों में आने के बाद तब हुई, जब उनका एक वीडियो वायरल हुआ.
ये वीडियो साल 2023 का बताया जा रहा है. उस वक्त मनोरमा अपने पति दिलीप खेडकर की खरीदी हुई जमीन पर कब्जे के दौरान आसपास के किसानों को धमकाती दिखी थीं. बताया जाता है कि दिलीपराव खेडकर ने नौकरशाह रहते हुए अथाह संपत्ति बनाई थी. इतना ही नहीं उन्होंने 25 एकड़ की एक जमीन पुणे के मुल्शी तहसील में भी ली थी. उसी पर कब्जे के दौरान खेडकर परिवार ने किसानों की जमीन भी हड़पने की कोशिश की थी.
किसानों ने जब उनका विरोध किया तो मनोरमा खेडकर बाउंसर्स के साथ मौके पर पहुंच गई. खुद पिस्तौल लहराने लगीं और धौंस दिखाते हुए किसानों को धमका दिया. इसके साथ ही 11 जुलाई को उनका गुस्सा पुलिस और मीडियाकर्मियों पर भी फूटा था. इस घटना के बाद से वो गायब हो गई थी. उसी बीच उनसे जुड़े विवाद का दूसरा वीडियो भी सामने आया, जो कि साल 2022 का है. इसमें वो मेट्रो अधिकारियों और पुलिस से बहस करती नजर आई.
उधर उनके पति दिलीप खेडकर भी गायब बताए जा रहे हैं. अपनी बीवी और बेटी की हरकतों से उनको अंदाजा हो चुका है कि देर सवेर उनका भी नंबर आएगा. लिहाजा गिरफ्तारी से बचने के लिए वो अपने वकीलों के जरिए अदालत पहुंच गए. अतंरिम जमानत मांगने के लिए. बेटी की वजह से बाप की जायदाद जब जमाने के सामने आई, तो अहसास हो चुका था कि नौकरी से इतनी कमाई और इतनी संपत्ति तो ईमानदारी से कमाई ही नहीं जा सकती.
लिहाजा अब दिलीप खेडकर की भी फाइल खुल चुकी है. आईएएस रहते हुए उन्होंने रिश्वत खाई, अब उसकी जांच हो रही है. इधर उनकी बेटी पूजा खेडकर की नौकरी अब मुश्किल में है. इतना ही नहीं उनके खिलाफ हुई जांच में कई खुलासे हुए हैं. यूपीएससी ने उनकी न्यूक्ति में कई अनियमितताएं पाई हैं. उन्होंने न केवल नियम के विरुद्ध परीक्षाएं दी हैं, बल्कि अपनी उम्र, दिव्यांग सर्टिफिकेट और जाति प्रमाण पत्र में भी हेरफेर भी किए हैं.