अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कहा कि दुनियाभर में लोग शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव के जरिए अपना भविष्य चुन रहे हैं. बाइडेन ने कहा कि घाना से लेकर भारत और दक्षिण कोरिया तक - इस साल एक चौथाई आबादी वाले सिर्फ इन तीन देशों ने ही सफल चुनाव आयोजित किए.
अमेरिका में भी इस साल चुनाव होने जा रहे हैं और महज एक महीने समय बचा है. हालांकि, बाइडेन इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं हैं. वह चुनाव लड़ना तो चाहते थे लेकिन पार्टी की भीतरी कलह की वजह से उन्हें अपना नाम वापस लेना पड़ा.
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बाइडेन ने सफल चुनावों को बताया अद्वितीय
बाइडेन ने भारत समेत अन्य देशों की सराहना करते हुए सफल चुनाव को अद्वितीय बताया. उन्होंने कहा कि 1972 में जब मैं सीनेट चुना गया था उसके बाद से अब भविष्य में "We The People" की शक्ति को लेकर और ज्यादा आशावादी हो गया हूं. उनके कहना का मतलब यह था कि दुनियाभर के लोग अपनी शक्ति का इस्तेमाल करके शांतिपूर्ण तरीके से अपना फ्चूचर तय कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने समिट ऑफ दे फ्यूचर में दिया भाषण
भारत में हाल ही में सात चरणों में आम चुनाव हुए, जिसमें बीजेपी बहुमत से तो पिछड़ गई लेकिन नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक रूप से लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने में कामयाब रहे. इस चुनाव मं 65 करोड़ मतदाताओं ने मतदान किया था. पीएम मोदी भी अमेरिका यात्रा पर थे. पीएम मोदी ने अपने भाषण में वैश्विक शांति के लिए ग्लोबल संस्थाओं में सुधार की अपील की थी.
समिट ऑफ द फ्यूचर में पीएम मोदी ने कहा, "भारत के सबसे बड़े लोकतंत्र के और 1.4 बिलियन भारतीयों की ओर से, आप सभी को नमस्कार. हाल ही में जून में आयोजित मानव इतिहास के सबसे बड़े चुनाव में, भारतीय लोगों ने मुझे लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए सेवा करने का अवसर दिया है."
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गाजा में यूएन सिस्टम भी मर रहा है- एर्दोआन
तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन ने भी यूएनजीए में अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि पश्चिमी दुनिया के मूल्यों की गाजा में हत्या की जा रही है. इजरायली प्रशासन बुनियादी मानवाधिकारों की अनदेखी कर रहा है. हम लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं, जिन्हें इजरायल निशाना बना रहा है. गाजा में सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि यूएन सिस्टम भी मर रहा है. इजरायल को मानवता के गठबंधन के जरिए रोका जाना चाहिए.