प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अलग-अलग मौके पर मिले तमाम उपहारों की एक बार फिर नीलामी होगी. ये नीलामी उनके जन्मदिन पर रखी गई है. पैरालंपिक पदक विजेताओं के खेल जूते और अन्य वस्तुओं से लेकर राम मंदिर की प्रतिकृति और यहां तक कि एक चांदी की वीणा की भी नीलामी होगी.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक इसको लेकर संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को कहा कि सभी वस्तुओं का आधार मूल्य एक साथ तय किया जाएगा. शेखावत ने यहां नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में प्रधानमंत्री के स्मृति चिह्नों की प्रदर्शनी को देखा.
इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, इन उपहारों की नीलामी के लिए आधार मूल्य एक सरकारी समिति द्वारा निर्धारित किया जाता है, जिसकी कीमतें न्यूनतम 600 रुपये से लेकर 8.26 लाख रुपये तक होती हैं.
नीलामी से मिले पैसों से होती गंगा की सफाई
शेखावत ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री ने उन्हें मिलने वाले सभी स्मृति चिह्नों और उपहारों की नीलामी करने की एक नई संस्कृति शुरू की है. वह मुख्यमंत्री के रूप में भी ऐसा करते थे. मंत्री ने कहा, 'उन्हें जो उपहार मिलते हैं, उन्हें नीलामी के माध्यम से लोगों को वापस दे दिया जाता है और उससे अर्जित धन का उपयोग एक नेक काम - गंगा नदी की सफाई के लिए किया जाता है.'
छठी बार आयोजित की जा रही है नीलामी
उन्होंने बताया कि छठी बार ऐसी नीलामी आयोजित की जा रही है, और इसके माध्यम से जुटाई गई धनराशि राष्ट्रीय गंगा कोष में दान की जाएगी. इस बार पिछले एक साल में प्रधानमंत्री मोदी को उपहार में मिली करीब 600 वस्तुएं नीलामी में शामिल होंगी.
सबसे अधिक कीमत वाले स्मृतिचिह्नों में पैरालंपिक कांस्य पदक विजेता अजीत सिंह और सिमरन शर्मा और रजत पदक विजेता निशाद कुमार के खेल के जूते, साथ ही रजत पदक विजेता शरद कुमार की हस्ताक्षरित टोपी शामिल हैं - सभी की कीमत लगभग 2.86 लाख रुपये हो सकती है.
600 रुपये की कीमत से शुरू होगी तोहफों की नीलामी
राम मंदिर के मॉडल की कीमत 5.50 लाख रुपये है, मोर की मूर्ति की कीमत 3.30 लाख रुपये है, राम दरबार की एक मूर्ति की कीमत 2.76 लाख रुपये है और चांदी की वीणा की कीमत 1.65 लाख रुपये है, अन्य उच्च श्रेणी के स्मृति चिन्हों में शामिल हैं. सबसे कम कीमत वाले स्मृति चिन्हों में सूती अंगवस्त्रम, टोपी और शॉल शामिल हैं, जिनकी कीमत 600 रुपये है. नीलामी 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर शुरू होगी.