पूर्व मंत्री और भाजपा की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के महासचिव, मैराजुद्दीन अहमद, जो इस आयोजन की प्रबंध समिति के प्रमुख हैं, ने कहा, 'एक साजिश के तहत, शबीना अदीब का शायरी पढ़ते हुए एक पुराना वीडियो सर्कुलेट किया गया. उन्हें कार्यक्रम में परफॉर्म करने से रोक दिया गया, जो बहुत बुरा है.'
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शबीना अदीब (फाइल फोटो)
आरएलडी के एक नेता ने शनिवार को दावा किया कि शायरा शबीना अदीब कुछ भाजपा नेताओं की आपत्ति के बाद मेरठ के एक मुशायरे में भाग नहीं ले सकीं. शबीना अदीब को शनिवार को मेरठ के नौचंदी मेले में आयोजित वार्षिक ऑल इंडिया मुशायरा में शामिल होना था.
पूर्व मंत्री और भाजपा की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के महासचिव, मैराजुद्दीन अहमद, जो इस आयोजन की प्रबंध समिति के प्रमुख हैं, ने कहा, 'एक साजिश के तहत, शबीना अदीब का शायरी पढ़ते हुए एक पुराना वीडियो सर्कुलेट किया गया. उन्हें कार्यक्रम में परफॉर्म करने से रोक दिया गया, जो बहुत बुरा है.'
'सांप्रदायिक सौहार्द के लिए अच्छे नहीं शबीना के शेर'
उन्होंने कहा, 'बाद में शबीना अदीब भी मान गईं और यह कहकर परफॉर्म करने नहीं आईं कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है.' भाजपा के शहर अध्यक्ष सुरेश जैन ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने सांप्रदायिक तनाव के डर से उनकी भागीदारी पर आपत्ति जताई.
उन्होंने कहा, 'शबीना अदीब जो शेर पढ़ती हैं वो सांप्रदायिक सौहार्द के लिए अच्छे नहीं हैं. इससे तनाव पैदा हो सकता है. जब हमें इसके बारे में पता चला, तो हमने प्रशासन से अनुरोध किया कि उन्हें यहां परफॉर्म करने के लिए न बुलाया जाए.'
'20 साल पहले पढ़ी गई थी कविता'
अहमद ने कहा कि जिस कविता पर भाजपा नेता आपत्ति जता रहे हैं, वह 20 साल पहले पढ़ी गई थी. उन्होंने यह भी दावा किया कि जिन शायरों को मुशायरे में परफॉर्म करने के लिए नहीं बुलाया गया था, वे शबीना अदीब को कार्यक्रम में हिस्सा लेने से रोकने के पीछे हो सकते हैं.