हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया है. यहां 3 सीटों पर उपचुनाव हुआ था, इसमें 2 सीट कांग्रेस के खाते में तो एक सीट बीजेपी के खाते में आई है. इस उपचुनाव में 2 निर्दलीय विधायकों को इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होना महंगा पड़ गया. दोनों उम्मीदवार उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों से हार गए. इसमें केएल ठाकुर और होशयार सिंह शामिल हैं.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी और कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश ठाकुर ने देहरा सीट पर भाजपा के होशयार सिंह को 9,399 वोटों से हराया. वहीं, कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा ने नालागढ़ विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार केएल ठाकुर को 8,990 वोटों से मात दी है. बावा 5 बार भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. हालांकि भाजपा के आशीष शर्मा हमीरपुर सीट से विधानसभा उपचुनाव जीतने में सफल रहे. उन्हें निकटतम प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार पुष्पिंदर वर्मा से 1,571 वोट ज्यादा मिले.
उपचुनाव के नतीजों में क्या खास?
हिमाचल के चुनावी इतिहास में पहली बार पति-पत्नी यानी मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और कमलेश ठाकुर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य होंगे. पहली बार राज्य विधानसभा में एक भी निर्दलीय विधायक नहीं होगा.
क्यों पड़ी उपचुनाव की जरूरत?
बता दें कि हिमाचल में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में 3 निर्दलीय विधायक होशयार सिंह (देहरा), आशीष शर्मा (हमीरपुर) और केएल ठाकुर (नालागढ़) से जीते थे, लेकिन 27 फरवरी 2024 को राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन को वोट देने के बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था. वहीं, कांग्रेस के 6 विधायकों ने भी चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी और बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे. तीनों निर्दलीय विधायकों ने 22 मार्च को इस्तीफा दिया था और अगले दिन भाजपा में शामिल हो गए थे. इस कारण सीटें खाली हो गईं और उपचुनाव की जरूरत पड़ी.
पत्नी की जीत के बाद क्या बोले सुक्खू?
देहरा विधानसभा सीट पर कमलेश ठाकुर ने 32,737 वोट हासिल किए, जबकि भाजपा उम्मीदवार होशयार सिंह को 23,338 वोट मिले. सीट से शेष तीन निर्दलीय उम्मीदवार 200-200 वोट भी हासिल नहीं कर सके. सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य की जनता ने दलबदल की राजनीति को नकार दिया है और भाजपा को हराया है. मतदाताओं ने कांग्रेस के दलबदलुओं को करारा जवाब दिया है और यह सभी दलों के लिए अगले 50 वर्षों के लिए एक सबक है कि धनबल से निर्वाचित सरकारों को गिराने से परिणाम नहीं मिलेंगे.
हार का कारण बनी कमियों पर गौर करेंगेः जयराम ठाकुर
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने एक बयान में कहा कि भाजपा ने लोगों के जनादेश को स्वीकार कर लिया है, उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों के कल्याण के लिए हमारी लड़ाई सड़क से विधानसभा तक जारी रहेगी. जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा इन उपचुनावों में हार का कारण बनी कमियों पर गौर करेगी.