बीजेपी नेता उमा भारती ने कहा कि हर राम भक्त बीजेपी को वोट देगा ये अहंकार हमें नहीं पालना चाहिए. उत्तर प्रदेश में पार्टी की कम हुई सीटों पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती मध्य प्रदेश के शिवपुरी में थीं, जहां उन्होंने शनिवार को कहा कि बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद भी पार्टी ने राज्य में खराब प्रदर्शन किया था.
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'हमें अहंकार नहीं पालना चाहिए', उमा भारती
बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हर राम भक्त बीजेपी को वोट देगा इसका अहंकार हमें नहीं पालना चाहिए. हमें यह भी नहीं सोचना चाहिए कि जो हमें वोट नहीं देता वो राम भक्त नहीं है. उन्होंने राज्य में पार्टी के खराब प्रदर्शन को 'किसी लापरवाही का नतीजा' बताया.
2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने 80 में महज 33 सीटें जीती हैं. इसे राज्य में पार्टी का खराब प्रदर्शन माना जा रहा है, जहां पार्टी राम मंदिर निर्माण का श्रेय लेने के बावजूद फैजाबाद सीट हार गई.
'बाबरी ढांचे के विध्वंस के बाद भी हारी थी बीजेपी'
उमा भारती ने मीडिया से बातचीत में कहा, "उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव परिणामों के लिए मोदी और योगी को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है. 6 दिसंबर 1992 को बाबरी ढांचे के विध्वंस के बाद भी बीजेपी हार गई थी. इसके बावजूद, हमने अयोध्या में राम मंदिर को अपने एजेंडे से नहीं हटाया... हमने अयोध्या को कभी वोटों से नहीं जोड़ा."
'हिंदू समुदाय सामाजिक व्यवस्था को धर्म से नहीं जोड़ता'
उमा भारती ने आगे कहा, "इसी तरह, अब हम मथुरा-काशी (धार्मिक स्थलों को लेकर विवाद) को वोटों से नहीं जोड़ रहे हैं." एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय की प्रकृति को समझने की जरूरत है, जो सामाजिक व्यवस्था को धर्म से नहीं जोड़ता.
उमा भारती ने दावा किया, "यह इस्लामी समाज है जो सामाजिक और धार्मिक व्यवस्था को जोड़कर देखता है. इसलिए वे सामाजिक व्यवस्था के मुताबिक वोट करते हैं." उमा भारती ने कहा कि उत्तर प्रदेश के नतीजों का मतलब यह नहीं है कि लोगों की भगवान राम के प्रति भक्ति कम हो गई है.