महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर (Pooja Khedkar) का मामला इन दिनों चर्चा में बना हुआ है. पूजा और उनके परिवार पर लगातार लग रहे आरोपों के बीच उनकी नियुक्ति के समय जमा कराए सभी सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है. इस बीच पूजा खेडकर ने भी बयान दिया है.
पूजा खेडकर की नियुक्ति के समय जमा कराए गए सभी सर्टिफिकेट की जांच की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, खेडकर ने जो भी सर्टिफिकेट जमा कराए हैं, उन सभी की जांच की जाएगी. उन्होंने न सिर्फ ओबीसी या दिव्यांगता सर्टिफिकेट बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) का सर्टिफिकेट भी जमा कराया है.
सूत्रों का कहना है कि अगर जांच में एक भी सर्टिफिकेट जाली पाया गया तो उन्हें तुरंत प्रभाव से नौकरी से टर्मिनेट किया जाएगा. इस बात की भी जांच की जा रही है कि सर्टिफिकेट के वेरिफिकेशन के बिना उन्हें नियुक्त कैसे किया गया? इसके साथ ही ये भी पता लगाया जा रहा है कि उन्हें वेरिफिकेशन के लिए कई बार बुलाया गया था लेकिन वह पेश नहीं हुई.
आरोपों पर क्या बोलीं पूजा खेडकर?
पूजा खेडकर पर लगातार लग रहे आरोपों पर पूजा खेडकर ने कहा है कि अगर जांच के लिए कोई कमेटी बनी है तो मैं अपना पक्ष कमेटी के समक्ष रखूंगी. मुझे मीडिया से पता चला है कि ऐसी कोई कमिटी बनी है तो हमें उसका सम्मान करना चाहिए.
रिश्तेदार को बचाने के लिए अधिकारी पर बनाया दबाव
इससे पहले नवी मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि विवादास्पद प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने एक डीसीपी रैंक के अधिकारी पर चोरी आरोपी को रिहा करने का दबाव बनाने की कोशिश की थी. हालांकि पुलिस ने उस कॉल को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की थी.
एजेंसी के अनुसार, यह मामला 18 मई को पनवेल पुलिस स्टेशन का है. यहां पूजा खेडकर ने कथित तौर पर पुलिस उपायुक्त विवेक पानसरे को कॉल किया और उनसे चोरी के आरोप में गिरफ्तार किए गए ट्रांसपोर्टर ईश्वर उत्तरवाड़े को छोड़ देने की बात कही.
पुलिस के अनुसार, खेडकर ने डीसीपी से स्पष्ट कहा कि उत्तरवाड़े निर्दोष है और उसके खिलाफ आरोप मामूली हैं. पूजा खेडकर ने पानसरे को कॉल पर अपना इंट्रोडक्शन दिया था, लेकिन डीसीपी को यकीन नहीं हुआ कि कॉल किसी आईएएस अधिकारी ने किया है या कोई झूठ बोल रहा है. पुलिस ने इस कॉल पर कोई कार्रवाई नहीं की. चोरी का आरोपी उत्तरवाडे अभी न्यायिक हिरासत में है.
कौन है पूजा खेडकर?
आईएएस पूजा खेडकर हाल ही में तब सुर्खियों में आईं, जब उन्हें ट्रेनिंग पूरी होने से पहले ही पुणे से वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया. पूजा ने पुणे में अलग से केबिन और स्टाफ जैसी डिमांड की थी, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया था. 32 वर्षीय प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा के व्यवहार को लेकर नवी मुंबई पुलिस ने पुणे कलेक्टर कार्यालय और गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क किया.