राहुल का 90 मिनट का भाषण, 'हिन्दू' के मुद्दे पर छिड़ा सियासी रण... लोकसभा में आज भी हंगामे के आसार

7 months ago 16

संसद सत्र जारी है और सबकी निगाह सदन में चल रही कार्यवाही पर टिकी है. मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर होती चर्चा का जवाब देना है और इस जवाब पर सबकी नजर इसलिए है, क्योंकि नेता विपक्ष बनने के बाद सोमवार को लोकसभा में राहुल गांधी के पहले भाषण के बाद सियासी बहस ने दस्तक दे दी है. सोमवार को सदन हंगामेदार रही, क्योंकि राहुल गांधी हिंदू हिंसा के साथ-साथ कई मुद्दों पर बोले. इसके बाद हर मुद्दे पर हंगामा भी हुआ. वहीं मंगलवार को पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देंगे तो सदन में एक बार फिर हंगामा होना लाजिमी है.

बीजेपी वाले असली हिंदू नहींः राहुल गांधी
कुछ दिनों पहले तक जब चुनाव चल रहे थे, कांग्रेस पर बीजेपी आरोप लगाती रही कि कांग्रेस वाले मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र लाए हैं और आज लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी वाले असली हिंदू ही नहीं हैं. हंगामे के बीच राहुल ने सोमवार को 90 मिनट का जो भाषण दिया, उसमें हिंदू को लेकर ऐसा विवाद हुआ जहां प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत पांच मंत्रियों को उठकर राहुल गांधी के भाषण पर आपत्ति जतानी पड़ी.

राहुल गांधी का भाषण और बीजेपी की आपत्तियां
पहले हाथ में संविधान उठाकर और फिर भगवान शिव की तस्वीर. दुआ में उठे हाथ की तस्वीर, गुरुनानक की तस्वीर, जीसस की तस्वीर उठाकर राहुल गांधी ने ऐसा कौन सा तीर मारा है जो कहते हैं कि बीजेपी के दिल में लगा है. ऐसा राहुल गांधी ने क्या बोला कि प्रधानमंत्री को दो बार उठकर टोकना पड़ा. अमित शाह को चार बार उठकर आपत्ति जतानी पड़ी. उन्होंने कहा कि सदन में ये कैसे चल सकता है, आप एकतरफा रियायत दे रहे हैं, हमें संरक्षित करिये ऐसे नहीं चलता है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दो बार उठना पड़ा और उन्होंने कहा कि ऐसी गलत जानकारी आप सदन में नहीं दे सकते हैं. 

राहुल गांधी

हर धर्म का मूल मंत्र, डरो मतः राहुल गांधी
इसके बाद कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू सभी को उठकर राहुल गांधी के भाषण के दौरान आपत्ति उठानी पड़ी. क्योंकि हंगामे के बीच 90 मिनट का भाषण राहुल गांधी ने दिया, जिसमें हिंदू, शिवजी, डरो मत-डराओ मत, अभय मुद्रा, हिंसा, अयोध्या, राम जन्मभूमि, महंगाई, अग्निवीर, मणिपुर, किसान शब्द चर्चा में आए. जहां राहुल गांधी ने हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन धर्मों का जिक्र करके पहले पहले ये बताने पर फोकस किया कि हर धर्म का मूल मंत्र है, डरो मत.

धर्म पर क्या बोले राहुल गांधी 
राहुल गांधी ने कहा कि, त्रिशूल हिंसा नहीं बल्कि अहिंसा का प्रतीक है. इस्लाम में भी लिखा है कि डरना नहीं है. गुरुनानक जी भी कहते हैं डरो मत, डराओ मत, जीजस में भी अभय मुद्रा, बुद्ध भगवान ने कहा, डरो मत-डराओ मत. महावीर ने कहा, डरो मत, डराओ मत. इसी के बाद राहुल गांधी ने सत्ता पक्ष की तरफ इशारा करके कहा कि 'जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा..नफरत-नफरत-नफरत... आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए.' 

स्पीकर ओम बिरला

अमित शाह बोले- राहुल माफी मांगे
इसके बाद बीजेपी के सांसदों ने हंगामा शुरू किया. प्रधानमंत्री ने आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि ये विषय बहुत गंभीर है, पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर विषय है. राहुल गांधी ने जवाब दिया, नहीं, नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं. बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है. आऱएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है. ये ठेका नहीं है बीजेपी का. अब गृहमंत्री सदन में खड़े हए, उन्होंने कहा कि राहुल माफी मांगें. शाह ने कहा कि, शोर-शराबा करके इतना बड़े वाकये को छिपाया नहीं जा सकता है. नेता विपक्ष ने कहा है कि जो अपने आपको हिंदू कहते हैं वो हिंसा करते हैं. करोड़ों लोग अपने आपके गर्व से हिंदू कहते हैं. क्या वो सभी लोग हिंसा की बात करते हैं. उन्हें इसकी माफी मांगनी चाहिए. 

हिंदू हिंसा नहीं फैला सकताः राहुल गांधी
इसके बाद निशिकांत दुबे और स्पीकर ओम बिरला दोनों ने राहुल गांधी को हिंदू वाले बयान पर टोका, लेकिन राहुल गांधी ने एक बार फिर इसका जवाब दिया. इस जवाब के साथ ही ये सवाल उठा कि क्या राहुल हिंदू के बहाने बीजेपी को निशाना इसलिए बना रहे हैं, क्योंकि इस बार बहुसंख्यक वोट एनडीए का पहले की तरह बढ़ा नहीं बल्कि घटा है. राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू हिंसा नहीं फैला सकता है. हिंदू नफरत नहीं फैला सकता है और बीजेपी 24 घंटे, नफरत, हिंसा, नफरत हिंसा करती है.

चौतरफा घिरे राहुल गांधी
अब सवाल है कि आखिर राहुल गांधी के हिंदू वाले बयान पर बीजेपी आक्रामक क्यों हो गई ? जहां संसद में राहुल से माफी की मांग की गई फिर बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हिंदू से जुड़े बयान पर राहुल को घेरा, फिर बीजेपी के कई मुख्यमंत्री राहुल के बयान को हिंदुओं का अपमान बताने लगे.

आखिर किस आधार पर निशाना साध रहे हैं राहुल गांधी
वहीं राहुल गांधी चुनावी नतीजों के बाद के पहले सत्र में शिवजी की तस्वीर लोकसभा में लेकर क्यों ये बताने लगे कि हिंदू हिंसा नहीं फैला सकता और बीजेपी हिंसा फैलाती है ? क्या राहुल गांधी 2014 से 2019 के दो चुनावों में बीजेपी के साथ एकजुट हुए हिंदू बहुसंख्यक वोट में 2024 के चुनाव में आई कमी की वजह से निशाना साध रहे हैं ? इस सवाल की वजह देखिए. 2024 के चुनाव में भले हिंदू सवर्ण का वोट एनडीए को अधिक मिला, लेकिन उसका एक फीसदी वोट घटा और इंडिया गठबंधन का बढ़ा है. 

हिंदू वोट में एनडीए को हुआ नुकसान
अपर ओबीसी का वोट भी एऩडीए का भले ज्यादा हो, लेकिन इंडिया गठबंधन का इस बार 11 फीसदी तक बढ़ता है. एनडीए का घटता है. लोवर ओबीसी में भी ज्यादा वोट पाने के बावजूद एनडीए का वोट नहीं घटा, लेकिन इंडिया गठबंधन का 7 फीसदी बढ़ा है. दलितों के वोट में सबसे बड़ी बढ़त इंडिया गठबंधन ने पाई है. जहां इस बार के चुनाव में 7 फीसदी दलित वोट विपक्ष का बढ़ता है. बीजेपी का 5 फीसदी तक घटा है. आदिवासी वोट में जरूर एनडीए का वोट इस बार और ज्यादा बढ़ गया है, लेकिन बाकी हिंदू वोट में एनडीए को इस बार नुकसान हुआ है. 

राम जन्मभूमि से बीजेपी को क्या संदेश
क्या जो हिंदू वोट ही बीजेपी की सबसे बड़ी ताकत रहा है, उसमें चोट इस चुनाव में पहुंचाने के बाद अब अलग-अलग मुद्दों के जरिए बीजेपी की नब्ज राहुल दबा रहे हैं ? हिंदू वोट की एकजुटता से जीत हासिल करती आई बीजेपी पर अगला निशााना राहुल गांधी ने अयोध्या से साधा. अयोध्या से जुड़ी फैजाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी को मिली हार पर तंज कसते हैं, जिस राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस के दूरी बनाने पर पूरे चुनाव बीजेपी सवाल उठाती रही, उसी अयोध्या से जुड़ी लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार पर राहुल कहते हैं कि राम की जन्मभूमि ने बीजेपी को संदेश दे दिया है. 

राहुल गांधी

अवधेश प्रसाद की जीत का किया जिक्र
अवधेश प्रसाद जिन्हें एक हाथ में संविधान और दूसरे हाथ से अपने साथ जोड़कर अखिलेश यादव चलते रहे. अयोध्या से जुड़ी फैजाबाद लोकसभा सीट पर इस बार बीजेपी को हराने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के साथ राहुल गांधी ने एक बार फिर से कैंटीन में कॉफी पी. इसके बाद जिस अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में दूरी बनाने को लेकर बीजेपी पूरे चुनाव में हिंदू विरोधी का ठप्पा कांग्रेस पर लगाती रही, इसी अयोध्या से जुड़ी फैजाबाद सीट पर जब अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के लल्लू सिंह को हरा दिया तो लोकसभा में हाथ पकड़कर राहुल ने पूछा बताइए  आप कैसे जीते? 

अयोध्या पर क्या बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी सदन में कहा कि, 'मैंने पूछा कि आपको कब पता चला जीत रहे हैं तो बोले पहले दिन से पता है. इन्होंने कहा कि अयोध्या में जमीन छीनी गई. आजतक मुआवजा नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में छोटे-छोटे दुकानदार थे. जो छोटी बिल्डिंग थी उन सारों को तोड़कर गिरा दिया गया. उन लोगों को सड़क पर कर दिया गया. इन्होंने यह भी कहा है कि अयोध्या के उद्घाटन में जनता को दुख हुआ क्योंकि अडानी, अंबानी थे, लेकिन अयोध्या का कोई नहीं था और ये कारण था कि अयोध्या की जनता ने उनके दिल में नरेंद्र मोदी ने भय डाल दिया. उनकी जमीन ले ली. उनके घर गिरा दिए और फिर मंदिर के उद्घाटन में तो छोड़ो उनको बाहर तक नहीं जाने दिया. अयोध्या की जनता ने सही मैसेज भेजा. 

सीएम योगी ने किया राहुल गांधी पर पलटवार
यूं तो लोकसभा सीट का नाम फैजाबाद है, जिसमें अयोध्या एक विधानसभा है, लेकिन अयोध्या के नाम से राहुल ने संदेश बीजेपी के लिए आया बताया तो दावों को बीजेपी ने झूठ बताना शुरू कर दिया. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, राहुल गांधी का बयान झूठ का एक पुलिंदा है. उत्तर प्रदेश और श्री अयोध्या धाम को बदनाम करने की साजिश है. इसका जवाब समय आने पर श्री अयोध्या धाम और देश की जनता कांग्रेस पार्टी व इंडी गठबंधन को देगी. अयोध्या को इसकी पहचान से वंचित किसने किया था. सीएम योगी ने कहा कि हर कोई जानता है कि अयोध्या को उसकी पहचान से किसने वंचित किया है. राहुल गांधी और उनके सहयोगियों ने न केवल अयोध्या को वनवास दिया था, बल्कि सरयू मैया को भी रक्तरंजित किया था. कांग्रेस झूठ का पुलिंदा है. सच ये है कि 1,733 करोड़ रुपए केवल मुआवजे के लिए अयोध्यावासियों को उपलब्ध कराए गए हैं.

पीएम मोदी भी अयोध्या से लड़ने वाले थेः राहुल गांधी
दरअसल बीजेपी के लिए इन दिनों अयोध्या पर घिरने की वजह वहां कायाकल्प के दावों के बीच बारिश में खुलती पोल है. जहां सड़क धंसी, जन्मभूमि पथ और रामपथ तक बारिश का पानी भर गया. सैकड़ों करोड़ के खर्च के बाद आरोप लगा कि विकास की सरयू में करप्शन के कई चेहरों ने अपना हाथ धो लिया है. यही वजह कि राज्यसभा में भी ये घेराव हुआ. ऐसे ही आरोपों के बीच राहुल गांधी ने ये दावा तक कर दिया कि अयोध्या से लड़ने की तैयारी पहले पीएम करने वाले थे. राहुल गांधी ने कहा कि, तीन बार नरेंद्र मोदी ने टेस्ट किया. दो बार टेस्ट किया. क्या मैं अयोध्या से लड़ जाऊं. सर्वे ने कहा अयोध्या में मत लड़ जाना. अयोध्या की जनता हरा देगी. इसीलिए प्रधानमंत्री वाराणसी गए और वहां से बच के निकले. 

इसके बाद राहुल गांधी ने कहा बीजेपी पर डर फैलाने का आरोप उन्हीं के पार्टी के मंत्रियों और फिर अग्निवीर योजना में लगाया. जहां जवाब देने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खड़े हुए. जहां अग्निवीर के जवानों से जुड़े बयान पर सत्य औऱ असत्य की सियासत भी हुई. 

राहुल गांधी

अग्निवीर स्कीम पर हुआ वार-पलटवार
राहुल गांधी ने कहा कि, 'आज सुबह मैं आया, राजनाथ सिंह जी ने मुस्कुराके नमस्ते की. पीएम मोदी बैठे हैं. ये बीजेपी वालों को डराते हैं. राहुल गांधी के इस बयान पर पहले स्पीकर ने टोका, कहा व्यक्तिगत न बोलें. फिर प्रधानमंत्री ने आपत्ति जताई. नरेंद्र मोदी ने कहा कि, लोकतंत्र और संविधान ने मुझे सिखाया है कि मुझे विपक्ष के नेता को गंभीरता से लेना चाहिए. इसके बाद राजस्थान हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में चुनाव के दौरान बड़ा मुद्दा बनी अग्निवीर स्कीम को लेकर वार-पलटवार हुआ.

सदन और देश को अग्निवीर से माफी मांगनी चाहिएः राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि, 'मैं उसे शहीद कहता हूं, हिंदुस्तान की सरकार नहीं कहती. उस घर को पेंशन नहीं मिलेगी. मुआवजा नहीं मिलेगा. शहीद का दर्जा नहीं मिलेगा. बेचारे बैठे थे, एक साथ रो रहे थे. आम जवान को पेंशन मिलेगी. फूट डालते हो और खुद को देशभक्त कहते हो. राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के इस दावे पर आपत्ति जताई. राजनाथ सिंह ने कहा कि, गलतबयानी न करें, अग्निवीर शहीद होता है तो एक करोड़ की सहायता दी जाती है. इसके बाद अग्निवीर योजना को सेना और जवानों के खिलाफ बताते हुए राहुल गांधी ने गुमराह करने के आरोप पर कहा कि सच्चाई सिर्फ अग्निवीर जानता है. गृह मंत्री ने तब आपत्ति की. अमित शाह, (गृह मंत्री) ने कहा कि, ये सदन झूठ बोलने की जगह नहीं है. अगर ये नहीं रखते हैं तो उनको सत्यापन नहीं करते हैं तो सदन और देश से अग्निवीर से माफी मांगनी चाहिए.

सच्चाई हिंदुस्तान की सेना को मालूम
जानकार दावा करते हैं कि अग्निवीर पर नाराजगी का असर भी चुनावी नतीजों में बीजेपी को उठाना पड़ा है. जहां हरियाणा में 10 में से इस बार बीजेपी पांच सीट जीत पाई. राजस्थान में 10 सीटों का नुकसान इस बार हुआ है. यूपी में पूर्वी और पश्चिमी यूपी की कई सीटों पर असर अग्निवीर योजना का बीजेपी को उठाना पड़ा है. बिहार, महाराष्ट्र, पंजाब में भी बीजेपी को युवा वोट पर नुकसान हुआ. हिमाचल, उत्तराखंड में भले सीटें सारी बीजेपी जीती लेकिन वोट शेयर घटा है. राहुल गांधी ने कहा कि, अग्निवीर की सच्चाई सदन में रखी है. राजनाथ सिंह ने कहा है कि जो रिएलिटी है, वो हिंदुस्तान की सेना को मालूम है, अग्निवीर को मालूम है. उनको सच्चाई पता है. सच कौन बोल रहा है.

स्पीकर पर भी टिप्पणी
अग्निवीर पर सरकार अडिग है लेकिन इसी योजना की समीक्षा की मांग सरकार बनते ही बीजेपी की सहयोगी जेडीयू भी कर चुकी है. आज फिर कई मौके ऐसे आए, जहां सदन में राहुल गांधी ने माइक बंद करने औऱ बोलने के दौरान कैमरा उनसे हटाए जाने का आरोप लगाया. स्पीकर ने तुरंत सफाई देकर कहा कि माइक का कंट्रोल उनके पास नहीं होता. इसी बहस के दौरान राहुल गांधी ने ये आरोप भी लगाया कि लोकसभा स्पीकर उनसे तो एकदम सीधे खड़े होकर हाथ मिलाते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री से हाथ मिलाते वक्त स्पीकर झुक जाते हैं. 

Article From: www.aajtak.in
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