इंडियन पॉप आइकॉन और अपनी अलग आवाज के लिए पॉपुलर सिंगर ऊषा उत्थुप के पति, जानी चाको उत्थुप का सोमवार को निधन हो गया. उनके परिवार ने बताया कि उन्होंने कोलकाता में अंतिम सांस ली. जानी ने अपने घर पर टीवी देखते हुए बेचैनी की शिकायत की थी. उन्हें करीब के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
कार्डियक अरेस्ट के कारण हुआ निधन
जानकारी में बताया गया कि उन्हें एक बड़ा कार्डियक अरेस्ट हुआ था, जो उनके निधन का कारण बना. जानी ऊषा उत्थुप के दूसरे पति थे और वो चाय की खेती के उद्योग से जुड़े हुए थे. ऊषा और जानी की पहली मुलाकात 70 के दशक की शुरुआत में कोलकाता के आइकॉनिक रेस्टोरेंट ट्रिंकाज में हुई थी.
ऊषा के अलावा जानी अपने पीछे दो बच्चों को भी छोड़कर गए हैं. उनका एक बेटा और एक बेटी हैं. जानी चाको उत्थुप का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा.
ऊषा को मिल चुका है पद्म भूषण सम्मान
इस साल की शुरुआत में ऊषा उत्थुप को देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. उन्हें ये सम्मान म्यूजिक इंडस्ट्री में उनके योगदान के लिए दिया गया था. पॉप आइकॉन क्वीन कही जाने वालीं ऊषा ने इस सम्मान को पाने पर बात करते हुए न्यूज 18 से कहा था, 'ये एक अविश्वसनीय क्षण है. ये फीलिंग अभी भी अंदर समा नहीं पा रही. मैं भारत सरकार की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे टैलेंट को पहचाना.'
अवॉर्ड सेरेमनी के इवेंट के बाद ऊषा ने कहा था कि वो अपने साथी कलाकार बप्पी लाहिड़ी को बहुत मिस कर रही हैं. बप्पी और ऊषा ने मिलकर हिंदी फिल्मों को 'रंबा हो', 'हरि ओम हरि' और 'कोई यहां नाचे नाचे' जैसे कई बेहद पॉपुलर गाने दिए थे. बप्पी लाहिरी को याद करते हुए ऊषा ने कहा था, 'मैं उन्हें बहुत ज्यादा मिस कर रही हूं. मैं उन्हें और आर डी बर्मन दोनों को बहुत मिस कर रही हूं.'
ऊषा को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में पद्म भूषण से नवाजा गया था.