NCP नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई है. बताया जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी पर 5 राउंड फायर किए गए, इसमें तीन गोलियां बाबा सिद्दीकी को लगीं. बाबा सिद्दीकी शनिवार की शाम निर्मल नगर स्थित अपने ऑफिस में बैठे थे, जब वह ऑफिस से बाहर निकले और गाड़ी में बैठे, तभी पटाखे चलने की आवाज आई. पटाखे की आवाज के बीच हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं.
जानकारी के मुताबिक बाबा सिद्दीकी 9.15 से 9.20 मिनट के बीच ऑफिस से निकले थे, वह अपने ऑफिस के पास पटाखे फोड़ रहे थे, तभी अचानक गाड़ी से तीन लोग उतरे. ये तीनों हमलावर अपने चेहरे पर रूमाल बांधे हुए थे. इसके बाद उन्होंने बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग की. एक गोली बाबा सिद्दीकी के सीने में लगी. गोली लगते ही वह गिर पड़े. इसके बाद लोगों ने उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने 2 संदिग्धों को हिरासत में लिया है. पुलिस का कहना है जल्द ही तीसरे संदिग्ध को भी हिरासत में लिया जाएगा.हिरासत में लिए गए दोनों संदिग्ध महाराष्ट्र से बाहर के हैं, एक यूपी से और एक हरियाणा का रहने वाला है. एक और वांछित संदिग्ध फरार है.
इस घटना के बाद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस लीलावती अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घटना का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि हम कड़ी कार्रवाई करेंगे, अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा. वहीं डिप्टी सीएम अजित पवार ने अपने कल के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं.
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने इसी साल कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था,करीब 48 साल तक कांग्रेस का सदस्य रहने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ी थी. उनके इस फैसले ने सबको चौंका दिया था. इस्तीफा देने बाद उन्होंने कहा था कि ऐसा बहुत कुछ है, जिसे वह व्यक्त करना चाहेंगे, लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि कुछ चीजें अनकही ही रह जाएं तो बेहतर है.
बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक रहे बाबा सिद्दीकी पूर्व राज्य मंत्री (फूड एण्ड सिविल सप्लाइज) थे. वे महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुंबई डिवीजन के अध्यक्ष भी रह चुके थे. उन्होंने राजनीति की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में की थी और पहली बार बीएमसी में Corporator के रूप में चुने गए थे. बाबा सिद्दीकी 1999, 2004 और 2009 में बांद्रा पश्चिम से महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव जीते थे. हालांकि 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार के सामने हार का सामना करना पड़ा था.