मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर भोपाल जिले में पंचायत उपचुनाव में एक बूथ पर सफलतापूर्वक पेपरलेस मतदान कराया और 84 प्रतिशत मतदान दर्ज किया. देश में पहली बार मध्य प्रदेश एसईसी ने बैरसिया विकासखंड के मतदान केंद्र-295 रतुआ रतनपुर ग्राम पंचायत में बुधवार को मतदान के लिए पेपरलेस बूथ का इस्तेमाल किया.
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव अभिषेक सिंह ने बताया कि पंचायतों और नगरीय निकायों में सरल, सुचारू और पारदर्शी मतदान प्रक्रिया संचालित करने के उद्देश्य से पेपरलेस बूथ की योजना बनाई गई है. पंचायत चुनाव में सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने और मतदान केंद्र पर रिपोर्टिंग के लिए 26 फॉर्म भरे जाते हैं. इनमें गलती होने पर विवाद होते हैं और कोर्ट केस भी बनते हैं.
उन्होंने बताया कि पेपरलेस बूथ बनाकर इन फॉर्म को डिजिटल किया जा रहा है.इसका पहला प्रयोग रतुआ रतनपुर में किया गया था, जो 84 प्रतिशत मतदान के साथ पूरी तरह सफल रहा. कागज रहित प्रक्रिया में मतदाताओं की पहचान और मतदान रिकॉर्ड के लिए हस्ताक्षर और अंगूठे के निशान को इलेक्ट्रॉनिक रूप से दर्ज किया गया.
मतदान प्रतिशत और मतपत्र का लेखा-जोखा भी ऑनलाइन किया गया. सभी प्लेटफार्मों पर हर दो घंटे में मतदान प्रतिशत ऑनलाइन प्राप्त किया गया. उन्होंने बताया कि मतदान समाप्त होने के बाद मतपत्र का लेखा-जोखा भी उम्मीदवारों और मतदान एजेंटों को उनकी ई-मेल आईडी पर उपलब्ध कराया जाएगा.
चुनाव अधिकारी ने बताया कि पेपरलेस बूथ की अवधारणा को साकार करने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों स्तरों पर काम किया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस प्रणाली को पूरे राज्य में मतदान केंद्रों पर लागू किया जा सके.