AAP के राज्यसभा सांसद सांसद संजय सिंह ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल का वजन साढे़ 8 किलों तक कम होने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि भाजपा का मकसद अरविंद केजरीवाल को जेल में प्रताड़ित करना है और सरकार का मकसद अरविंद केजरीवाल की जिंदगी से खिलवाड़ करना है.
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आप नेता संजय सिंह. (Screengrab)
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरविंद केजरीवाल का वजन साढे़ 8 किलों तक कम होने का मामला उठाया. आप नेता ने केंद्र सरकार पर साजिश करने का आरोप लगाया है.
संजय शर्मा ने कहा कि भाजपा का मकसद अरविंद केजरीवाल को जेल में प्रताड़ित करना है और सरकार का मकसद अरविंद केजरीवाल की जिंदगी से खिलवाड़ करना है. केजरीवाल को गंभीर बीमारी हो जाए या जेल में उनके साथ कोई घटना घटित हो जाए, इसका गहरा षड्यंत्र भाजपा और उनकी केंद्र सरकार रच रही है.
'जेल में कम हुआ साढ़े 8KG वजन'
उन्होंने दावा किया कि जब 21 मार्च को अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था. तब उनका वजन 70 किलो था, आज अरविंद केजरीवाल का वजन साढ़े 8 किलो गिरकर 61.5 किलो रह गया है. गंभीरता से वजन गिरने की जांच नहीं हो पा रही है कि वजन कम कैसे हुआ. इसके अलावा लगभग 5 बार ऐसा हो चुका है कि केजरीवाल का शुगर लेवल 50 से नीचे चला गया, अगर शुगर लेवल सोते समय गिर रहा है तो कोई भी व्यक्ति कोमा में जा सकता है.
ED के मामले में व्यक्ति को जमानत तभी मिलती है, जब अदालत को लगता है कि व्यक्ति निर्दोष है। अरविंद केजरीवाल जी को भी कोर्ट ने जमानत दी और यह मानकर दी कि वह निर्दोष हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने फ़ैसले में कहा है कि पूछताछ का मतलब यह नहीं है कि पूछताछ के लिए आप किसी को भी… pic.twitter.com/bEY0MIgSN7
मै खुद जेल के अंदर रहा हूं: आप नेता
उन्होंने कहा, कौन-सा डॉक्टर रात की ड्यूटी जेल के अंदर करता है. मैं खुद जेल के अंदर रहा हूं. सवाल यह है उनके (केजरीवाल) साथ यह सब क्यों किया जा रहा है. ED के मामले में व्यक्ति को जमानत तभी मिलती है, जब अदालत को लगता है कि व्यक्ति निर्दोष है. अरविंद केजरीवाल जी को भी कोर्ट ने जमानत दी और यह मानकर दी कि वह निर्दोष हैं. सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने फ़ैसले में कहा है कि पूछताछ का मतलब यह नहीं है कि पूछताछ के लिए आप किसी को भी गिरफ़्तार कर लें. इसके साथ ही उन्होंने ED की जांच पर कई और भी सवाल उठाए हैं. कानून और नियमों को ताकत पर रखकर अरविंद केजरीवाल की रिहाई पर ED ने स्टे ले लिया गया था और जब ऐसी उम्मीद थी कि सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल जाएगी, उससे पहले सीबीआई का मनगढ़ंत की केस केजरीवाल के खिलाफ बनाया गया ताकि केजरीवाल के जीवन और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा सके.