बिहार में नीट पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने मुख्य सरगना राकेश रंजन (रॉकी) को गिरफ्तार कर लिया है. उसे बिहार के पटना से गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई को अदालत से रंजन की 10 दिन की हिरासत मिली है. पटना और कोलकाता में उससे जुड़े ठिकानों पर छापेमारी के बाद आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं.
कौन है नीट पेपर लीक का मास्टरमाइंड रॉकी?
राकेश रंजन उर्फ रॉकी रांची में होटल चलाता है और संजीव मुखिया का भांजा है. पेपर लीक होने के बाद उसे हल करने के लिए रॉकी ने ही सॉल्वर्स का जुगाड़ किया था. रांची और पटना के MBBS छात्रों का सॉल्वर्स के तौर पर इस्तेमाल किया गया था. सूत्रों के मुताबिक, रॉकी दरअसल संजीव मुखिया का बड़ा राजदार भी है.
पेपर लीक में रॉकी की भूमिका
रॉकी ने NEET पेपर लीक के बाद उसका जवाब तैयार करने के लिए सॉल्वर्स का जुगाड़ किया था. रॉकी, झारखंड में संजीव मुखिया गिरोह का खास एसेट है. रांची और पटना के MBBS स्टूडेंट्स को सॉल्वर्स के तौर पर इस्तेमाल किया गया. जानकारी के मुताबिक, रॉकी की गिरफ्तारी के बाद सॉल्वर्स के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है.
अमन सिंह की गिरफ्तारी के बाद, रॉकी तक पहुंची CBI की टीम
सीबीआई को यह सफलता अमन सिंह की गिरफ्तारी के बाद मिली है. सीबीआई ने अमन को झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया गया था. अमन सिंह, पेपर लीक कांड में रॉकी का बेहद खास बताया गया है.
सीबीआई का अगला टारगेट संजीव मुखिया
अमन सिंह और रॉकी की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई को अब नीट पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया उर्फ लूटन की तलाश है. अमन सिंह की गिरफ्तारी के बाद रॉकी की गिरफ्तार हुई और 10 दिन की रिमांड मिली है. रॉकी को रिमांड पर लेने के बाद सीबीआई की टीम अब संजीव मुखिया की लोकेशन को लेकर पूछताछ करेगी.
सुप्रीम कोर्ट में 18 जुलाई को अहम सुनवाई
केंद्र और एनटीए द्वारा सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करने के बाद आज सीबीआई ने अपनी जांच रिपोर्ट भी सबमिट कर दी है. 11 जुलाई को चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली तीन जजों की बेंच आज नीट विवाद पर सुनवाई करने वाली थी, लेकिन इसे 18 जुलाई तक स्थगित कर दिया गया है. रॉकी की गिरफ्तारी से मामले में नए खुलासे होने की उम्मीद है, जिसपर 18 जुलाई को कोर्ट में भी चर्चा हो सकती है.