18वीं लोकसभा का सत्र शुरू हो चुका है और कई सांसदों ने संसद सदस्य के रूप में शपथ भी ले ली है. इसके बाद जनता के चुने हुए आम ये माननीय सांसद कहलाते हैं. उन्हें कई सरकारी सुविधाएं भी मिलने लगती हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कैबिनेट मंत्रियों समेत कई नेताओं ने संसद सदस्य के रूप में सोमवार को शपथ ली. शपथ ग्रहण के बाद सांसद लोकसभा के आधिकारिक सदस्य बन गए हैं. इसके साथ ही उन्हें कई सरकारी सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाती हैं.
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सांसदों को मिलता है खास बंगला
संसद का आधिकारिक सदस्य बनने के बाद सभी को को जो सरकारी सुविधाएं मिलती हैं, उसमें सबसे खास है लुटियंस दिल्ली में मिलने वाला सरकारी बंगला. हर महीने वेतन और पेंशन, मुफ्त हवाई, रेल और सड़क यात्रा, फ्री टेलीफोन और इंटरनेट सुविधा. साथ ही उनके परिवार के लिए फ्री इलाज भी शामिल हैं.
मिलने वाली सैलरी में सांसदों को हर महीने 1 लाख रुपये सैलरी और अन्य कई तरह का भत्ता भी मिलता है. देशभर में यात्रा के लिए मुफ्त यात्रा पास और टोल फ्री सुविधा मिलती है. वहीं, सांसदों और उनके परिवार के सदस्यों का इलाज सरकारी अस्पतालों में मुफ्त होता है. यह सुविधाएं उन्हें अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में सहायक होती हैं.
सांसदों को मिलती ही वाहन की सुविधा और बहुत कुछ
सरकारी कामकाज के लिए सांसदों को वाहन सुविधा भी दी जाती है. एक आंकड़े के तहत सांसदों को एक लाख रुपये महीना वेतन, 2000 रुपये मीटिंग अलाउंस और अनेक भत्ते मिलते हैं.
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देशभर में यात्रा के लिए मुफ्त पास और टोल फ्री सुविधा भी दी जाती है. सांसदों और उनके परिवार के सदस्यों को सरकारी अस्पतालों में मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं मिलती हैं, जिससे वे आम से खास हो जाते हैं.