मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर बढ़ी तकरार, कांग्रेस-AAP ने केंद्र को घेरा तो BJP ने किया पलटवार

2 days ago 3

मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस ने उचित जगह पर अंत्येष्टि और स्मारक की मांग की थी. जब अंतिम संस्कार के लिए सरकार ने निगम बोध घाट को चुना तो कांग्रेस हमलावर हो गई. सिद्धू ने अटल बिहारी वाजपेयी से जोड़ते हुए हमला बोला तो बीजेपी ने मनमोहन सिंह की मौत पर राजनीति का आरोप लगाया.

कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम को चिट्ठी लिखी. सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सरकार स्मारक के लिए जमीन आवंटन करेगी. कांग्रेस के साथ अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल, अखिलेश यादव और आप नेता संजय सिंह ने सरकार पर मनमोहन सिंह के अपमान का आरोप लगाया. 

राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार को घेरा
राहुल गांधी ने X पर पोस्ट किया कि भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार आज निगमबोध घाट पर करवाकर वर्तमान सरकार द्वारा उनका सरासर अपमान किया गया है. एक दशक के लिए वह भारत के प्रधानमंत्री रहे, उनके दौर में देश आर्थिक महाशक्ति बना और उनकी नीतियां आज भी देश के गरीब और पिछड़े वर्गों का सहारा हैं. आज तक सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की गरिमा का आदर करते हुए उनके अंतिम संस्कार अधिकृत समाधि स्थलों में किए गए ताकि हर व्यक्ति बिना किसी असुविधा के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दे पाए. डॉ. मनमोहन सिंह हमारे सर्वोच्च सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं.

मनमोहन सिंह

बीजेपी ने भी कांग्रेस पर किया पलटवार
राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी ने भी जमकर पलटवार किया है. अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हमला बोलते हुए कहा कि घटिया राजनीति से बाज आए कांग्रेस और पीएम मोदी से किसी का सम्मान करना सीखे. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक को लेकर कांग्रेस बनाम बीजेपी की जंग तेज हो गई है. केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के साथ ही दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर जमकर वार कर रहे हैं.

क्या बोले अरविंद केजरीवाल?
वहीं, दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, भारत के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया गया. इसके पूर्व भारत के सभी प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया जाता था. सिख समाज से आने वाले, पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त, 10 वर्ष भारत के प्रधानमंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह जी के अंतिम संस्कार और समाधि के लिए बीजेपी सरकार 1000 गज़ जमीन भी न दे सकी.

पवन खेड़ा ने लगाया अपमानजनक व्यवहार का आरोप
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के राजकीय अंतिम संस्कार के दौरान सरकार पर अपमानजनक व्यवहार का आरोप लगाया है. खेड़ा ने इसे "असम्मान और अराजकता का चौंकाने वाला प्रदर्शन" करार देते हुए कई गंभीर मुद्दे उठाए. उन्होंने कहा कि, अंतिम संस्कार की कवरेज के लिए केवल दूरदर्शन (DD) को अनुमति दी गई, जिसने अधिकतर समय पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर ध्यान केंद्रित किया. डॉ. सिंह के परिवार को शायद ही दिखाया गया.

मनमोहन सिंह

'परिवार के साथ भी हुआ अनुचित व्यवहार'
डॉ. सिंह के परिवार के लिए फ्रंट रो में केवल तीन कुर्सियां दी गईं. उनकी बेटियों और अन्य परिजनों के लिए सीट सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस नेताओं को हस्तक्षेप करना पड़ा. जब डॉ. सिंह की विधवा को राष्ट्रीय ध्वज सौंपा गया और गन सल्यूट हुआ, तब प्रधानमंत्री और मंत्रियों ने खड़े होकर सम्मान प्रकट नहीं किया. चिता के पास सैनिकों की मौजूदगी के कारण परिवार को पर्याप्त स्थान नहीं दिया गया. यहां तक कि डॉ. सिंह के पोते-पोतियों को अंतिम संस्कार की रस्मों के लिए संघर्ष करना पड़ा.

केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने किया पलटवार
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इतने दुखद अवसर पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं.

नड्डा ने किया राहुल गांधी के अध्यादेश फाड़ने का जिक्र
नड्डा ने कहा, "कांग्रेस, जिसने डॉ. मनमोहन सिंह को उनके जीवित रहते कभी सम्मान नहीं दिया, अब उनके सम्मान के नाम पर राजनीति कर रही है. यह वही कांग्रेस है जिसने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को उस समय धूमिल किया, जब सोनिया गांधी को सुपर पीएम के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह के ऊपर रखा गया था. राहुल गांधी ने अध्यादेश फाड़कर डॉ. मनमोहन सिंह का अपमान किया और आज वही राहुल गांधी राजनीति कर रहे हैं."

कांग्रेस के इतिहास पर उठाए सवाल
जेपी नड्डा ने कहा, "गांधी परिवार ने न तो देश के किसी बड़े नेता को सम्मान दिया और न ही उनके साथ न्याय किया. चाहे वह कांग्रेस पार्टी के नेता हों या विपक्ष के, बाबा साहेब अंबेडकर, देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल, लाल बहादुर शास्त्री, पीवी नरसिम्हा राव, प्रणब मुखर्जी या अटल बिहारी वाजपेयी... सभी के साथ कांग्रेस ने अन्याय किया."

कांग्रेस फैला रही है झूठी खबरेंः जेपी नड्डा
जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह के लिए समाधि स्थल सुनिश्चित किया है और उनके परिवार को इसकी जानकारी भी दी गई है. इसके बावजूद कांग्रेस झूठी खबरें फैला रही है.

पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव का भी किया जिक्र
उन्होंने कांग्रेस के इतिहास की याद दिलाते हुए कहा, "जब पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव का निधन हुआ, तो दिल्ली के राजघाट परिसर में समाधि स्थल बनाने की मांग हुई थी, लेकिन उस समय सोनिया गांधी ने इसे खारिज कर दिया था. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे जिन्होंने 2015 में उनका स्मारक बनवाया. 2020 में भारत रत्न डॉ. प्रणब मुखर्जी के निधन पर कांग्रेस कार्यसमिति ने शोकसभा बुलाने की भी जरूरत नहीं समझी."

जेपी नड्डा ने दी कांग्रेस को राजनीति से बचने की सलाह
जेपी नड्डा ने कहा, "राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य कांग्रेस नेताओं को इस तरह की सस्ती राजनीति से बचना चाहिए. भाजपा डॉ. मनमोहन सिंह जैसे महान नेता को पूरा सम्मान दे रही है, लेकिन कांग्रेस इसे भी राजनीति का माध्यम बना रही है." भाजपा अध्यक्ष के इस बयान के बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी जंग और तेज हो गई है.

संबित पात्रा ने भी कांग्रेस को घेरा
बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने कहा, "यह भारत की राजनीति में एक नया निम्न स्तर है, जिसका श्रेय कांग्रेस पार्टी को जाता है.कांग्रेस पार्टी के कारण - हम यहां उस दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए हैं जिस दिन पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार किया गया था. भाजपा का मानना ​​है कि मृत्यु में गरिमा होनी चाहिए. कांग्रेस जिस तरह की राजनीति कर रही है, खासकर राहुल गांधी, जिन्होंने दाह संस्कार के बारे में ट्वीट किया है, वह शर्मनाक है." 

भाजपा सांसद और प्रवक्ता संबित पात्रा ने यह भी कहा कि, एक किताब में लिखा गया है कि कैसे प्रधानमत्री की टेबल से फाइल लेकर सोनिया गांधी के पास पहुंचा दी जाती थी. कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की मृत्यु के बाद सोनिया गांधी के इशारे पर उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया गया था. सोनिया गांधी के कहने पर ही उनका संस्कार दिल्ली में नहीं करने दिया गया.'

स्मारक पर क्या बोली भाजपा
उन्होंने आगे कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद हमने कैबिनेट की बैठक में फैसला किया कि चूंकि वह प्रधानमंत्री थे और उनका कद बड़ा था, कैबिनेट ने कांग्रेस और डॉ. सिंह के परिवार को एक पत्र लिखा, जिसमें कैबिनेट ने कहा कि हमें उनके नाम पर एक स्मारक बनाना चाहिए ताकि देश और दुनिया उन्हें उनके सकारात्मक कार्यों के लिए याद रखे.

केसी वेणुगोपाल ने भी जेपी नड्डा पर किया पलटवार
उधर, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भाजपा और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने मर्यादा की सभी सीमाएं पार कर दी हैं. उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह जी के अंतिम संस्कार में की गई व्यवस्थाओं और सरकार के आचरण को अपमानजनक और जानबूझकर किया गया कद कम करने का प्रयास बताया.

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पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के परिवार का हुआ अपमानः वेणुगोपाल
वेणुगोपाल ने कहा, "भाजपा की पिछले दो दिनों की पाखंडपूर्ण राजनीति और सस्ती चालों ने हमें उनकी असलियत उजागर करने पर मजबूर कर दिया है." उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने डॉ. सिंह के अंतिम संस्कार के दौरान खर्च में कटौती करने की कोशिश की और कई मौकों पर परिवार का अपमान किया गया. उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह के कद और सम्मान के अनुरूप प्रोटोकॉल का पूरी तरह से अभाव था. वेणुगोपाल ने कहा, "सरकार का यह रवैया डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति एक बड़ा अपमान है. भारत इस अपमान को कभी माफ नहीं करेगा."

वेणुगोपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने डॉ. सिंह के अंतिम संस्कार को राजनीतिक खेल बना दिया है. उन्होंने इसे भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों और मर्यादाओं के खिलाफ बताया है.

Article From: www.aajtak.in
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