पुणे के स्वारगेट बस स्टैंड पर खड़ी महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की बस में 26 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार मामले में राजनीति गरमाती जा रही है. घटना के बाद आक्रोशित शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर सुरक्षा गार्ड के केबिन में तोड़फोड़ की. इसके इतर नेशनल वूमेन कमीशन (NCW) ने भी इस मामले पर स्वत संज्ञान लिया है और महाराष्ट्र पुलिस को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है.
शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कथित लापरवाही के खिलाफ विरोध जताते हुए स्वारगेट बस स्टैंड पर सुरक्षा गार्ड केबिन में तोड़फोड़ की. कई कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा कार्यालय के अंदर खिड़की के शीशे और फर्नीचर तोड़ दिए, जबकि महिला कार्यकर्ताओं ने इस घटना को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
'किसी को भी केबिन में बैठने का नहीं है अधिकार'
शिवसेना (यूबीटी) के नेता वसंत मोरे ने कहा कि अगर किसी महिला के साथ सुरक्षा केबिन के सामने बलात्कार होता है तो किसी को भी वहां बैठने का अधिकार नहीं है. समाचार एजेंसी ने मोरे के हवाले से कहा, 'यह घटना सुरक्षा केबिन के सामने हुई. अगर किसी महिला के साथ सुरक्षा केबिन के सामने बलात्कार होता है, तो किसी को भी वहां बैठने का अधिकार नहीं है. '
आरोपी की हुई पहचान
इस मामले पर जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि स्वारगेट बस स्टैंड पर बस में महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार के आरोपी की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
स्वारगेट पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपी की पहचान दत्तात्रेय गाडे के रूप में की है, जिसके खिलाफ पहले से चोरी और चेन-स्नेचिंग के मामले दर्ज हैं. उसे पकड़ने के लिए कई पुलिस टीमें तैनात की गई हैं.
पुलिस ने बताया कि ये घटना मंगलवार सुबह की है जब महिला सुबह 5.30 बजे पैठण जाने वाली बस का इंतजार कर रही थी. तभी एक व्यक्ति उसके पास आया और दावा किया कि उसकी बस दूसरे प्लेटफॉर्म पर आ गई है. उस पर भरोसा करके वह उसके पीछे-पीछे एमएसआरटीसी डिपो के विशाल परिसर में एक सुनसान जगह पर खड़ी खाली बस तक पहुंच गई. जैसे ही वह बस में चढ़ी, आरोपी उसके पीछे-पीछे बस के अंदर चला गया और कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया और फिर अंधेरे की आड़ में मौके से फरार हो गया.
23 सुरक्षा गार्ड निलंबित
इसके अलावा घटना के बाद अधिकारियों ने स्वारगेट बस डिपो में सुरक्षा चूक के मामले में तुरंत कार्रवाई शुरू की दी. परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने बस स्टैंड पर तैनात 23 सुरक्षा गार्डों को तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया है. साथ ही गुरुवार से नए सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी संभालने का निर्देश दिया गया है.
स्वारगेट डिपो प्रबंधक और यातायात नियंत्रक के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है. उनकी जवाबदेही पर विस्तृत रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर परिवहन आयुक्त को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी.
वहीं, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने घटना की निंदा करते हुए इसे "सभ्य समाज के प्रत्येक सदस्य के लिए अत्यंत शर्मनाक, दर्दनाक और क्रोध जनक" बताया है.
उन्होंने कहा, 'हमारी बहन के साथ बलात्कार की घटना बेहद शर्मनाक, दर्दनाक और सभ्य समाज के हर सदस्य के लिए क्रोध पैदा करने वाली है. आरोपी द्वारा किया गया अपराध अक्षम्य है और इसके लिए मृत्युदंड के अलावा कोई सजा नहीं हो सकती. मैंने व्यक्तिगत रूप से पुणे पुलिस आयुक्त को जांच की बारीकी से निगरानी करने और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी घटना को गंभीरता से लिया है और पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए हैं.'