किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना त्यागपत्र भेज दिया है और इसमें किरण चौधरी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देते हुए कहा है कि हरियाणा में कांग्रेस पार्टी व्यक्तिगत जागीर बन गई है, जिससे मेरी जैसी ईमानदार आवाजों के लिए कोई जगह नहीं बची है.
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किरण चौधरी ने खड़गे को त्यागपत्र भेज दिया है
हरियाणा में इसी साल अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस का बड़ा झटका लगा है. कारण, पार्टी की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. वहीं अब दोनों बुधवार को सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होंगी. किरण चौधरी वर्तमान में कांग्रेस विधायक भी हैं और उनकी बेटी श्रुति चौधरी, जो पूर्व सांसद हैं, हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष हैं.
किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना त्यागपत्र भेज दिया है और इसमें किरण चौधरी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देते हुए कहा है कि हरियाणा में कांग्रेस पार्टी व्यक्तिगत जागीर बन गई है, जिससे मेरी जैसी ईमानदार आवाजों के लिए कोई जगह नहीं बची है. बहुत ही सुनियोजित और व्यवस्थित तरीके से मुझे दबाया गया, अपमानित किया गया और मेरे खिलाफ साजिश रची गई. हमारे लोगों का प्रतिनिधित्व करने और उन मूल्यों को बनाए रखने के मेरे मेहनती प्रयासों में महत्वपूर्ण रूप से बाधा उत्पन्न हुई है, जिनके लिए मैं हमेशा से खड़ी रही हूं.
दरअसल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की बहू किरण चौधरी को वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का धुर विरोधी माना जाता है और हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में भिवानी-महेंद्रगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से श्रुति चौधरी को टिकट न दिए जाने से वह नाराज हैं. कांग्रेस ने इस सीट से मौजूदा विधायक और हुड्डा के वफादार राव दान सिंह को टिकट दिया था, जो भाजपा के मौजूदा सांसद धर्मबीर सिंह से हार गए.
पीटीआई के मुताबिक किरण चौधरी ने कहा, "श्रुति और मैं बुधवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल होंगी." हुड्डा पर कटाक्ष करते हुए चौधरी ने कहा, "उन्होंने मुझे एक कोने में धकेल दिया है. अपमान की एक सीमा होती है. मैं और श्रुति दोनों कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो जाएंगी. श्रुति हरियाणा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगी."