राजधानी दिल्ली के कई इलाके इन दिनों पानी के संकट से जूझ रहे हैं. पानी की कमी को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. दक्षिण दिल्ली के भाजपा के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी ओखला में दिल्ली जल बोर्ड ऑफिस के बाहर एकत्र हुए और AAP सरकार के खिलाफ नारे लगाए, जब प्रदर्शनकारियों ने वहां से हटने से इनकार कर दिया तो पुलिस ने उन्हें पानी की बौछार से तितर-बितर कर दिया.
दिल्ली में भीषण गर्मी के बीच पानी की गंभीर कमी है, जबकि भाजपा और AAP जलसंकट के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि 600 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाने वाला दिल्ली जल बोर्ड अब भ्रष्टाचार के कारण 60,000 करोड़ रुपये के घाटे का सामना कर रहा है. बाद में उन्होंने तुगलकाबाद विधानसभा क्षेत्र में पानी की भारी कमी को लेकर डीजेबी के एक इंजीनियर को एक ज्ञापन सौंपा.
वहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी में चल रहे जल संकट से निपटने के लिए दिल्ली सरकार की आलोचना की. एलजी सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (GNCTD) के मंत्रियों के चिंताजनक भाषण पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में मंत्रियों का तीखा भाषण विभिन्न स्तरों पर परेशान करने वाला और संदिग्ध रहा है, राजनीतिक नेताओं ने पानी की कमी के लिए पड़ोसी राज्यों को दोषी ठहराकर पानी संकट को और बढ़ा दिया है, जिसका उद्देश्य समाधान के बजाय राजनीतिक लाभ उठाना है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली, जल शक्ति मंत्रालय द्वारा किए गए अंतरराज्यीय समझौतों के तहत उत्तर प्रदेश और हरियाणा से पानी की आपूर्ति पर निर्भर है. एलजी सक्सेना के अनुसार शहर की सरकार और पड़ोसी राज्य दोनों इन समझौतों को बनाए रखने के लिए बाध्य हैं. उन्होंने वाटर इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने में फेल रहने और इन राज्यों के साथ आवश्यक बातचीत शुरू न करने के लिए दिल्ली सरकार की आलोचना की.
एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि केंद्र सरकार और अन्य राज्यों के प्रति निरंतर विरोध के बजाय सामंजस्यपूर्ण दृष्टिकोण के लिए उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया गया है, जिससे शासन संबंधी और भी समस्याएं पैदा हो रही हैं.
एलजी ने आम आदमी पार्टी सरकार पर पर्याप्त शासन की तुलना में मीडिया की बातों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एक दशक तक सत्ता में रहने के बावजूद AAP सरकार ने वाटर ट्रीटमेंट क्षमता में वृद्धि नहीं की या पुराने जल आपूर्ति नेटवर्क की मरम्मत नहीं की, जिससे पानी की काफी हानि और बर्बादी हुई.
एलजी वीके सक्सेना ने वजीराबाद बैराज तालाब क्षेत्र की ड्रेजिंग जैसे बुनियादी ढांचे में सुधार के माध्यम से जल आपूर्ति बढ़ाने के अवसरों की बात कही. उन्होंने विभिन्न संस्थाओं के खिलाफ सरकार के मुकदमे पर अफसोस जताया, इसे संसाधनों की बर्बादी बताया और हरियाणा से प्रभावी ढंग से सहयोग प्राप्त करने में उनकी विफलता की आलोचना की.