इजरायली सेना ने शनिवार को वेस्ट बैंक के जेनिन में रेड डाली. इस दौरान आईडीएफ द्वारा एक घायल फिलिस्तीनी व्यक्ति को मिलिट्री जीप के बोनट पर बांधकर ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इजरायली सेना ने घटना का वीडियो इंटरनेट पर वायरल होने के बाद इसकी पुष्टि की है. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक घायल स्थानीय व्यक्ति इजरायली सेना की जीप के हुड पर बंधा हुआ है. उसकी पहचान मुजाहिद आजमी के रूप में हुई है.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वीडियो फुटेज की तारीख और जीप के आगे बंधे व्यक्ति की पहचान की पुष्टि प्रत्यक्षदर्शियों के साथ इंटरव्यू से की गई. मुजाहिद आजमी के परिवार के अनुसार, वह इजरायली सैनिकों की गोलीबारी में घायल हुआ था. परिवार ने कहा, 'जब हमने आजमी के लिए एम्बुलेंस का अनुरोध किया, तो इजरायली सैनिक उसे अपनी मिलिट्री जीप के हुड पर बांधकर वहां से ले गए'.
इजरायली सैनिकों ने घायल को जेनिन अस्पताल पहुंचाया
आजमी के चचेरे भाई ने रॉयटर्स को बताया कि उसे जेनिन सरकारी अस्पताल ले जाया गया है. इजरायली सेना ने रॉयटर्स को बताया कि घटना की जांच की जा रही है और जो तथ्य सामने आएंगे उसके मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी. इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, 'आदेशों और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का उल्लंघन करते हुए, सुरक्षा बलों द्वारा संदिग्ध को एक वाहन के ऊपर बांधकर ले जाया गया. घटना के वीडियो में सुरक्षा बलों का आचरण आईडीएफ के मूल्यों के अनुरूप नहीं है'.
शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले में 24 लोग मारे गए
हमास द्वारा संचालित सरकारी मीडिया कार्यालय के निदेशक इस्माइल अल-थवाब्ता ने कहा कि शनिवार को फिलिस्तीनी क्षेत्र के उत्तर में गाजा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में इजरायली हमलों में कम से कम 42 लोग मारे गए. अल-थवाब्ता ने रॉयटर्स को बताया कि गाजा पट्टी के आठ शरणार्थी शिविरों में से एक, अल-शती पर एक इजरायली हमले में 24 लोग मारे गए. अल-तफाह में हुए इजरायली हमले में अन्य 18 फिलिस्तीनी मारे गए.
इजरायली सेना ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर कहा: 'थोड़ी देर पहले, आईडीएफ के लड़ाकू विमानों ने गाजा शहर के विभिन्न क्षेत्र में हमास के दो सैन्य बुनियादी ढांचे स्थलों पर हमला किया. हमास ने उसके सैन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने के इजरायली दावे पर कोई टिप्पणी नहीं की. इसने एक बयान में कहा कि इजरायली हमलों ने नागरिक आबादी को निशाना बनाया और एक बयान में कसम खाई कि इजरायल को 'हमारे लोगों के खिलाफ हिंसा की कीमत चुकानी पड़ेगी'.