दिल्ली विधानसभा चुनावों के करीब आते ही आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच राजनीतिक लड़ाई तेज हो गई है. पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर उनकी पार्टी के खिलाफ बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि, इसी के चलते दिल्ली की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं किया गया.
केजरीवाल ने उठाए सवाल
रविवार को नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली की झांकी हर साल गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होनी चाहिए, क्योंकि यह देश की राजधानी है. यह कैसी राजनीति है? वे दिल्ली और इसके लोगों से इतनी नफरत क्यों करते हैं? फिर दिल्ली उन्हें (BJP) क्यों वोट दे?"
केजरीवाल ने यह भी सवाल किया, "इन लोगों (BJP) के पास दिल्ली चुनावों के लिए कोई मुद्दे, योजना या प्लान नहीं है. वे दिन-रात मुझे और मेरी पार्टी को गालियां देते हैं. क्या दिल्ली को उन्हें सत्ता में लाने के लिए यही कारण चाहिए? दिल्ली के लोगों को गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने से क्यों रोका जा रहा है?"
बीते साल भी नहीं शामिल हुई थी झांकी
AAP और BJP के बीच पिछले कुछ वर्षों से दिल्ली की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड में न शामिल किए जाने को लेकर विवाद जारी है, और यह आगामी वर्ष 2025 के लिए भी नहीं शामिल की गई है.
रक्षा मंत्रालय ने जारी किया स्पष्टीकरण
अरविंद केजरीवाल द्वारा केंद्र पर दिल्ली की झांकी को जानबूझकर गणतंत्र दिवस परेड से बाहर करने के आरोप लगाने के बाद, रक्षा मंत्रालय ने स्पष्टीकरण दिया है. गणतंत्र दिवस परेड से दिल्ली की झांकी को बाहर करने के आरोपों पर रक्षा मंत्रालय (MoD) ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए झांकी चयन प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बताया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर जानबूझकर दिल्ली की झांकी को परेड में शामिल न करने का आरोप लगाया था. इस पर MoD ने कहा कि झांकी चयन की प्रक्रिया एक रोस्टर प्रणाली के तहत होती है, जिसमें हर तीन साल में 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल किया जाता है.
मंत्रालय के अनुसार, 2025 के लिए दिल्ली को शॉर्टलिस्ट किया गया था, लेकिन झांकी चयन समिति ने इसके प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी. मिजोरम और सिक्किम ने अपने प्रस्ताव नहीं भेजे, जबकि अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप चयन बैठक में शामिल नहीं हुए. इस साल चयनित राज्यों में पंजाब (जो आम आदमी पार्टी शासित है), आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं. रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि झांकी चयन प्रक्रिया पूरी तरह से रचनात्मकता और योग्यता पर आधारित है, न कि किसी राजनीतिक जुड़ाव पर.
पंजाब की झांकी परेड के लिए चयनित
मंत्रालय ने यह भी बताया कि पिछले 20 वर्षों में दिल्ली की झांकी सात बार प्रदर्शित हुई है. इसके अलावा, दिल्ली से अधिक बार झांकियां प्रस्तुत करने वाले पांच अन्य राज्य भी हैं. MoD ने पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा कि इसे, आम आदमी पार्टी शासित होने के बावजूद, झांकी के लिए चुना गया, जो चयन प्रक्रिया की निष्पक्षता को दर्शाता है. मंत्रालय ने कहा कि झांकी चयन का आधार केवल कला, संस्कृति और प्रस्तावित झांकी की गुणवत्ता है. रक्षा मंत्रालय ने झांकी चयन प्रक्रिया को लेकर किसी भी प्रकार के पूर्वाग्रह से इनकार करते हुए इसे पूर्णत: पारदर्शी और निष्पक्ष बताया.