कर्नाटक विधानसभा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-सक्षम कैमरे लगाए गए हैं जो सभी सदस्यों के आने और जाने समय के साथ-साथ सदन में उनकी उपस्थिति की अवधि को भी रिकॉर्ड करेंगे.
कोलार गोल्ड फील्ड (केजीएफ) विधानसभा क्षेत्र की विधायक रूपकला शशिधर पहली विधायक हैं, जिन्हें इन कैमरों ने मानसून सत्र के लिए सदन में आते वक्त रिकॉर्ड किया है. जबकि बाहर निकलते हुए इन कैमरों ने सबसे पहले तिप्तूर की कांग्रेस विधायक शदाक्षरी को कैद किया है. कर्नाटक विधानसभा सोमवार से मानसून सत्र की शुरुआत के बाद इस प्रणाली की शुरुआत हो चुकी है.
विधानसभा अध्यक्ष यू टी खादर ने कहा कि कोरम की घंटी बजने से पहले विधानसभा में आने वाले विधायकों को पहचानने की प्रथा है और अध्यक्ष द्वारा उनके नाम प्रशंसा में पढ़े जाते हैं. कुछ वरिष्ठ विधायक जैसे अरागा ज्ञानेंद्र, बसनगौड़ा पाटिल यतनाल (भाजपा के) और कुछ वरिष्ठ मंत्रियों ने अनुरोध किया था कि कुछ विधायक थोड़ी देर से आने के बावजूद, छह या आठ बजे तक कार्यवाही में बैठे रहें, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. यह एक अन्याय है.
'अब हमारे पास रहेगा डेटा'
उन्होंने आगे कहा, "इसलिए पहली बार हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैमरे लगाए हैं जो इस बात पर ध्यान देंगे कि कोई सदस्य कितने बजे आता है और कितने बजे जाता है और कितनी देर तक विधानसभा में मौजूद था. इसके बारे में जानकारी मिलती है. कार्यवाही दिन के अंत में विधानसभा सचिव के सिस्टम पर इनकी जानकारी जाएगी. अब हमारे पास एक डेटा रहेगा.
अधिकारियों के मुताबिक, यह पहल सत्र के दौरान विधायकों की उपस्थिति और उनकी भागीदारी में सुधार के प्रयास का हिस्सा है.
वहीं, राज्य विधानसभा और सचिवालय की सीट विधान सौध को नया रूप देने के उद्देश्य से पहले चरण में विधानसभा हॉल के पश्चिमी एंट्री गेट को पुनर्निर्मित किया गया है, जिसमें लोहे के ग्रिल वाले गेटों को एक बड़े और नक्काशीदार भव्य रोजवुड के दरवाजे में बदल दिया गया है. इसका उद्घाटन आज मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने संविधान की प्रस्तावना वाली पट्टिका के साथ किया.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, "हमारे विधान सौध भवन का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान है.विधान सौधा में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिनिधिमंडल और पर्यटक आते हैं. इसे अंदर और बाहर दोनों तरफ से अच्छा और सम्मानजनक बनाना हमारा काम है. यह पहला है अभी और काम करना है, मैं आपके (सदस्यों) सुझाव चाहता हूं.”
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, विपक्ष के नेता आर. अशोक और अन्य विधायकों ने इस पहल के लिए विधानसभा अध्यक्ष की सराहना की.