बीजेपी सांसद ओम बिरला बुधवार को 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुने गए. यह लोकसभा अध्यक्ष के रूप में उनका लगातार दूसरा कार्यकाल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवनिर्वाचित स्पीकर को बधाई और शुभकामनाएं दीं. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'मैं सदन की ओर से आपको बधाई देना चाहता हूं. अमृत काल में दूसरी बार इस पद पर बैठना आपके लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. हमें उम्मीद है कि आप अपने अनुभव से अगले 5 वर्षों तक हमारा मार्गदर्शन करेंगे'.
प्रधानमंत्री मोदी ने ओम बिरला की सराहना करते हुए कहा, 'आपके चेहरे पर ये मीठी-मीठी मुस्कान पूरे सदन को प्रसन्न रखती है. दूसरी बार अध्यक्ष बनना अपने आप में एक रिकॉर्ड है. आपसे पहले बलराम जाखड़ को लगातार दो कार्यकाल के लिए लोकसभा अध्यक्ष के रूप में सेवा करने का अवसर मिला था और आज आप वही इतिहास दोहरा रहे हैं. आप जिस प्रकार से एक सांसद के रूप में कार्य करते हैं, वह भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है. मुझे विश्वास है कि एक सांसद के रूप में आपकी कार्यशैली हमारे पहली बार के सांसदों और युवा सांसदों को जरूर प्रेरणा देगी'.
पीएम मोदी ने कहा कि अध्यक्ष के रूप में मुझे विश्वास है कि आप तो सफल होने ही वाले हैं. लेकिन आपकी अध्यक्षता में ये 18वीं लोकसभा भी सफलतापूर्वक देश के नागरिकों के सपनो को पूर्ण करेगी. हमारा ये संसद 140 करोड़ देशवासियों की आशा का केंद्र है. संसद की कार्यवाही, जवाबदेही और आचरण हमारे देशवासियों के मन में लोकतंत्र के प्रति निष्ठा को और अधिक मजबूत बनाते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने ओम बिरला की तारीफ करते हुए कहा- आपने स्वस्थ शिशु, स्वस्थ मां अभियान शुरू किया है जो प्रेरक है. गांव-गांव में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की कोशिश, गरीबों को कंबल, कपड़े, छाता, जूते ऐसी अनेक सुविधाएं खोज-खोज कर पहुंचाते हैं.
17वीं लोकसभा ने भविष्य की बुनियाद रखी, देश इसका गौरव करेगा
प्रधानमंत्री ने कहा, '17वीं लोकसभा संसदीय इतिहास का स्वर्णिम कालखंड रहा है. आपकी अध्यक्षता में जो निर्णय हुए हैं, सदन के जरिए जो सुधार हुए हैं, वह आपकी और सदन की विरासत है. जब भविष्य में विश्लेषण होंगे तब लिखा जाएगा कि आपकी अध्यक्षता वाली 17वीं लोकसभा की बहुत बड़ी भूमिका रही है'. पीएम मोदी ने भारतीय न्याय संहिता से लेकर मुस्लिम महिला विवाह संरक्षण विधेयक और नारी शक्ति वंदन विधेयक तक, 17वीं लोकसभा से पारित विधेयकों का जिक्र किया और कहा कि ओम बिरला की अध्यक्षता में 17वीं लोकसभा ने भविष्य की बुनियाद रखी है. देश भविष्य में इसका गौरव करेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत को आधुनिक बनाने की दिशा में जब हर तरफ से प्रयास हो रहे हैं, ये नया संसद भवन भी आपकी अध्यक्षता में भविष्य को लिखने का कार्य करेगा. नए संसद भवन में हमारा प्रवेश भी आपकी अध्यक्षता मेें हुआ और आपने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जिससे लोकतंत्र को मजबूती देने में मदद मिली है. सभी सांसदों को ब्रीफिंग के लिए व्यवस्था दी और आवश्यक रेफरेंस मैटेरियल मिला. आपने अच्छी व्यवस्था को विकसित किया है, जिससे सांसदों में ये विश्वास जगा कि मैं भी तर्क दे सकता हूं. जी20 की बहुत चर्चा हुई, पी20 में सर्वाधिक देश आपके निमंत्रण पर भारत आए. इसने विश्व में भारत की प्रतिष्ठा को गौरव देने में बहुत बड़ा रोल अदा किया है.
आपने सदन की गरिमा को पसंद किया और पीड़ा को स्वीकार किया
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये भवन बस चार दीवारें नहीं, 140 करोड़ देशवासियों की आशा का केंद्र है. संसद की कार्यवाही, जवाबदेही और आचरण संसदीय प्रणाली को मजबूत बनाता है. 17वीं लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 25 साल के उच्चतम स्तर पर 97 फीसदी रही. इसके लिए उन्होंने ओम बिरला का विशेष आभार जताया. पीएम मोदी ने कहा, 'कोरोनाकाल में आपने हर सांसद को फोन करके हालचाल पूछा और किसी को भी बीमारी हुई तो व्यक्तिगत रूप से उसकी चिंता की. आपने जो फैसले किए, उसकी वजह से हम उस कठिन कालखंड में भी काम कर पाए. कोरोनाकाल में सदन में 170 परसेंट प्रोडक्टिविटी रही, ये दुनिया के लिए बहुत बड़ी खबर है. हम चाहते हैं कि सदन के नियमों का पालन सब करें. आपने कठोर निर्णय भी लिए हैं. मैं जानता हूं कि ऐसे निर्णय आपको पीड़ा भी देते हैं, लेकिन आपने सदन की गरिमा को पसंद किया और पीड़ा को स्वीकार किया.