मॉनसून के देश में एक्टिव होने के साथ ही पिछले हफ्ते दिल्ली समेत कई राज्यों में जमकर बरसात हुई. हालांकि, उसके बाद से उत्तर पश्चिम भारत के ज्यादातर इलाके बारिश का इंतजार ही कर रहे हैं. अब मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में इन इलाकों में खूब बारिश होगी. बता दें कि इस बार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने अपने सामान्य समय से छह दिन पहले पूरे देश को घेर लिया है.
सामान्य रूप से मॉनसून आमतौर पर 8 जुलाई तक देशभर में फैलता है, लेकिन इस साल यह अधिक तेजी से आगे बढ़ा और अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और कई अन्य राज्य भारी बारिश से प्रभावित हैं.
कैसी है आपके शहर की एयर क्वॉलिटी, यहां कीजिए चेक
मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि पूर्वानुमान से पता चलता है कि अगले दो हफ्तों के में देश में व्यापक बारिश जारी रहेगी, विशेष रूप से पश्चिमी तट के साथ-साथ देश के उत्तर-पश्चिमी और मध्य भागों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है. IMD के मुताबिक, मौसम संबंधी परिस्थितियाँ अनुकूल बनी हुई हैं, जो पूरे मध्य भारत में बारिश में वृद्धि की ओर इशारा करती हैं. हालांकि, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र (उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर) अपवाद के रूप में सामने आ रहा है, जहां सामान्य से कम बारिश का अनुमान है.
कैसा रहेगा आपके शहर का मौसम, यहां जानिए अपडेट
- उत्तर-पश्चिमी राज्य: जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और गोवा
- मध्य भारत: छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश
- पश्चिमी तटीय राज्य: गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु का एक छोटा सा हिस्सा.
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पिछले सप्ताह हुई बारिश के जो आंकड़े देश के विभिन्न मौसम केंद्रों से सामने आए हैं, उनके विश्लेषण से पता चला है कि इस बार जून के आखिरी और जुलाई के शुरुआती हफ्ते में औसत से 32% ज्यादा वर्षा हुई, जबकि कुल मिलाकर मानसून के मौसम में अब तक 4% कम बारिश हुई है. ये आंकड़े विभिन्न क्षेत्रों के लिए इस वर्ष के मॉनसून की अनियमित प्रकृति को उजागर करती है. प्रशांत और हिंद महासागर दोनों में तटस्थ स्थितियां देखी गईं, लेकिन मौसम विज्ञानियों ने वर्ष के अंत में ला नीना में बदलाव की आशंका जताई है, जो मौसम के मिजाज को और प्रभावित कर सकता है.