बुधवार को गिरावट के बाद आज शेयर बाजार में शानदार तेजी देखी जा रही है. स्टॉक मार्केट में तेजी के कारण सेंसेक्स 81000 अंक के ऊपर कारोबार कर रहा है. वहीं निफ्टी 24600 के ऊपर पहुंच चुका है. शुक्रवार के कारोबार में Sensex-Nifty 1 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे.
महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश के बाद आज बीएसई का सेंसेक्स 766.49 अंक या 0.96 प्रतिशत चढ़कर 81,008 अंक पर पहुंच गया. एनएसई का निफ्टी 251.65 अंक या 1.03 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,585.85 अंक पर कारोबार कर रहा था. सेंसेक्स में सबसे ज्यादा लाभ Adani Ports को हुआ, जो चौथी तिमाही के अच्छे नतीजों के कारण 6 फीसदी बढ़कर 1,290 पर पहुंच गया. मारुति सुजुकी, इटरनल, टाटा मोटर्स और इंडसइंड बैंक में 2-3 फीसदी की तेजी आई.
क्यों आई तेजी?
भारतीय शेयर बाजार में तेजी चीन द्वारा अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता की संभावना का मूल्यांकन करने की बात कहने के बाद आया है. जिससे ट्रेड वॉर को लेकर चिंताएं कम हो गई हैं. तेल की कीमतों में तेज गिरावट, अप्रैल में ऑटो बिक्री के आंकड़े और जीएसटी के अब तक के उच्चतम आंकड़ों ने भी भारतीय शेयर बाजार की धारणा को बदला है.
कहां तक जाएगा निफ्टी?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्राइम रिसर्च प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा कि निफ्टी के लिए रुझान तेजी का बना हुआ है, क्योंकि यह सभी प्रमुख मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार करना जारी रखता है. निफ्टी के लिए अभी सपोर्ट 24150 पर है, जिसके नीचे यह 23870 की ओर गिर सकता है. उच्च स्तर पर, 24,450-24,500 बैंड के एक महत्वपूर्ण प्रतिरोध बैंड के रूप में कार्य करना जारी रखने की उम्मीद है.
तेल की कीमतें, ऑटो बिक्री के आंकड़े
एक्सपर्ट ने कहा कि सऊदी अरब द्वारा अधिक उत्पादन करने और बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के संकेत दिए जाने के बाद तेल की कीमतों में लगभग साढ़े तीन साल में सबसे बड़ी मासिक गिरावट दर्ज की गई है. इसके अलावा, भारतीय ऑटो कंपनियों ने अप्रैल की मासिक बिक्री संख्या बाजार की उम्मीदों के अनुरूप बताई, जिसमें एमएंडएम सबसे आगे रही.
जीएसटी डेटा
भारत का वस्तु एवं सेवा कर (GST) कलेक्शन अप्रैल में 12.6 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.37 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया. 2017 में कर लागू होने के बाद से यह सबसे अधिक मासिक संग्रह है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वकील ने कहा कि घरेलू लेनदेन से जीएसटी राजस्व 10.7 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.9 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि आयातित सामान 20.8 प्रतिशत बढ़कर 46,913 करोड़ रुपये हो गया.
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की उम्मीद
नोमुरा ने एक नोट में कहा कि व्यापार समझौते पर पहले कदम उठाने के कारण भारत का टैरिफ लाभ बरकरार रहेगा. भारत और अमेरिका ने पहले ही द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर संदर्भ की शर्तों पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जो वार्ता के लिए एक रोडमैप प्रदान करता है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)