NEET यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई की कार्रवाई लगातार जारी है. अब कथित तौर पर सॉल्वर गैंग से जुड़े होने के आरोप में रांची RIMS प्रथम वर्ष की छात्रा को सीबीआई ने हिरासत में लिया है. RIMS के सूत्रों का कहना है कि उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
सीबीआई ने छात्रा के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और फोन जब्त कर लिए हैं. एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि उसने सॉल्व आंसर फॉरवर्ड किए थे या नहीं. माना जा रहा है कि पहले गिरफ्तार किए जा चुके लोगों से मिले सुरागों के आधार पर सीबीआई ने यह कार्रवाई की है.
सबसे बड़ा राजदार साबित हुआ रॉकी
पेपर लीक कांड में रॉकी अब तक का सबसे बड़ा राजदार साबित हुआ है. रॉकी ने सीबीआई के सामने पेपर सॉल्व करने वाले एमबीबीएस छात्रों का राज उगला जिसके बाद पटना AIIMS के चार मेडिकल स्टूडेंट्स की गिरफ्तारी हुई. अब सीबीआई ने रांची RIMS की एक मेडिकल छात्रा को भी हिरासत में लिया है.
रॉकी के लिए सॉल्वर्स का जुगाड़ करने में सुरेंद्र नाम के एक शख्स ने भी अहम भूमिका निभाई थी. सीबीआई ने सुरेंद्र को भी गिरफ्तार किया है और उसे भी चार मेडिकल स्टूडेंट्स के साथ रिमांड पर लिया है. सुरेंद्र ने ही लीक किया हुआ पेपर सॉल्व करने के लिए मेडिकल स्टूडेंट्स को राजी किया था.
छात्रों ने सॉल्व कर दिए नीट के सवाल
सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पटना AIIMS के चार छात्रों के सामने सीबीआई ने नीट परीक्षा में आए कुछ सवाल सॉल्व करने को दिए थे जिसे उन्होंने हल कर दिया. शुरुआती पूछताछ के बाद ही इन सभी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली.
सीबीआई को आशंका है कि सॉल्वर बने मेडिकल स्टूडेंट्स ने अपने संपर्क के लोगों तक पेपर और उसका आंसर फॉरवर्ड किया. इन सभी मेडिकल स्टूडेंट्स के लैपटॉप और मोबाइल फोन से अहम लीड मिलने की संभावना है. चंदन सिंह, कुमार शानू, राहुल आनंद और करण जैन पटना AIIMS के मेडिकल स्टूडेंट्स हैं, जो सॉल्वर्स बने थे.
फरार है संजीव मुखिया
अभी तक इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का कोई सुराग नहीं मिल सका है. उससे जुड़े तमाम लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके कई ठिकानों पर भी रेड मारी गई, लेकिन संजीव मुखिया को लेकर सीबीआई के हाथ कोई ठोस जानकारी नहीं लगी है.