शेयर बाजार में हुंडई के शेयरों की सुस्त शुरुआत हुई है. लिस्ट होने के बाद इसके शेयरों में गिरावट भी देखी जा रही है. मंगलवार को हुंडई मोटर्स के शेयर (Hyundai Motor India Share) मार्केट में 1 फीसदी के डिसकाउंट के साथ लिस्ट हुए हैं. पैसेंजर व्हीकल बनाने वाली इस कंपनी को BSE पर 1,931 रुपये पर लिस्ट किया गया, जो इसके इश्यू प्राइस 1,960 रुपये से 1.48 फीसदी कम है. इसी तरह, हुंडई के शेयर NSE पर दिए गए इश्यू प्राइस से 1.33 फीसदी कम 1,934 रुपये पर लिस्ट हुए.
लिस्ट होने के बाद 10.30 बजे हुंडई के शेयर 4.80 फीसदी टूटकर 1,865 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. हुंडई के एक लॉट के लिए रिटेल निवेशकों को 13,720 रुपये का निवेश करना था, जिसमें 7 शेयर रखे गए थे. लिस्ट होने के बाद हर शेयर पर 95 रुपये की गिरावट आई है. ऐसे में एक लॉट पाने वाले निवेशकों को अभी 665 रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है.
हुंडई मोटर्स इंडिया लिमिटेड के शेयरों की लिस्टिंग उम्मीद के अनुसार ही हुई है. लिस्ट होने से पहले Hyundai IPO ग्रे मार्केट में फ्लैट लिस्टिंग का संकेत दे रहा था. यहां तक की कुछ समय के लिए यह डिस्काउंट पर भी कारोबार करते हुए दिखाई दिया था. हालांकि उससे पहले यह आईपीओ 20 से 25 रुपये प्रति शेयर प्रीमियम का संकेत दे रहा था.
हुंडई आईपीओ का प्राइस बैंड
चेन्नई स्थित हुंडई मोटर इंडिया का प्राइस बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर था. निवेशक कम से कम सात शेयर और उसके बाद उसके गुणकों के लिए आवेदन कर सकते थे. यह पूरी तरह से इसकी उत्तर कोरियाई मूल कंपनी हुंडई मोटर कंपनी द्वारा 14,21,94,700 शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) थी. OFS का मतलब होता है कि कंपनी प्रमोटर्स के जरिए शेयर जारी करती है.
भारतीय बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ
ये भारतीय शेयर बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ है, जो 15 अक्टूबर को खुला था. इस आईपीओ का साइज 27,870.16 करोड़ रुपये था. इससे पहले सरकारी बीमा कंपनी LIC ने सबसे बड़ा आईपीओ पेश किया था. LIC IPO का साइज 21,000 करोड़ रुपये का था. हुंडई मोटर्स इंडिया अपने इस इश्यू के जरिए कंपनी 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 142,194,700 शेयर बिक्री के लिए पेश किए थे.
किसने कितना किया था सब्सक्राइब?
रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए आवंटन 0.50 गुना सब्सक्राइब हुआ था, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) के लिए आरक्षित हिस्से में 0.60 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ था. कर्मचारियों के लिए आवंटन 1.74 गुना बुक किया था. हालांकि, योग्य संस्थागत बोलीदाताओं (QIB) 6.97 गुना सब्सक्राइब किया था.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)