हरिकेन बेरिल ने कैरिबियन सागर में मौजूद एक द्वीप पर रह रहे लोगों को लगभग पूरी तरह बेघर कर दिया है. इस द्वीप के 90 फीसदी घर टूट चुके हैं. यूनियन आइलैंड, ग्रेनाडा और सेंट विंसेंट पर भारी तबाही हुई है. (सभी फोटोः रॉयटर्स)
हरिकेन ने यूनियन आइलैंड और ग्रेनाडा को पूरा साफ कर दिया है. सैटेलाइट तस्वीर देखने पर तूफान की भयावहता का पता चलता है. घरों की जगह सिर्फ मलबा पड़ा था. यानी तेज हवा, तूफानी बारिश की ताकत का अंदाजा होता है.
इन तीनों द्वीपों पर मौजूद घरों को देखकर ऐसा लगता है जैसे किसी ताकतवर राक्षस ने घरों को ताश के पत्तों की तरह उखाड़ दिया हो. चारों तरफ सिर्फ तबाही दिख रही है.
ग्रेनाडा की स्थानीय निवासी कैटरीना कॉय कहती हैं कि ऐसा तूफान उन्होंने अपनी जिंदगी में नहीं देखा. हवा इतनी तेज थी कि घर की छतें उड़ गईं. पेड़-खंभे सब उखड़ गए. गाड़ियां उड़ गईं.
इमारतों, घरों, पेड़ों और खंभों के गिरने की वजह से सड़कें ब्लॉक हो गई हैं. इससे पहले साल 2004 में हरिकेन इवान ने तबाही मचाई थी लेकिन वो इतनी खतरनाक नहीं थी.
इस बार के तूफान ने प्रकृति की ताकत दिखाई है. इस द्वीप ही नहीं बल्कि आसपास के द्वीपों पर रहने वाले सभी लोग ऐसी तूफानी हवाएं, बारिश और तबाही देख कर डरे हुए हैं. कई तो बीमार पड़ गए हैं.
सेबास्टियन सेली कहते हैं कि मैं, मेरी पत्नी और बेटी डर से कांप रहे थे. तूफान के आने-जाने की कहानी बताते हुए भी रूह कांप जाती है. मेरी कजिन सिस्टर एलीज का तो पूरा होटल बर्बाद हो गया.
एलीज ने बताया कि उन्होने दरवाजों और खिड़कियों को बंद करने के लिए होटल के अंदर रखे फर्नीचर लगा दिए थे. लेकिन हरिकेन बेरिल में इतनी तेज हवाएं थी कि सारे दरवाजे-खिड़कियां उखड़ गए.
हवा इतनी तेज थी कि इंसान उड़ जाता. हमारे होटल की छत उखड़ कर दूसरी इमारत से टकराई. दूसरे बिल्डिंग की छत हमारी इमारत से टकरा रहे थे. अजीब लग रहा था. लग रहा था कि मदर नेचर नाराज हैं.
सेबास्टियन कहते हैं कि हमारा सबकुछ खत्म हो चुका है. न घर बचा है न रहने की जगह. सबसे पहले जरूरी है कि हमें कहीं शेल्टर मिले. खाना और पीने का पानी मिले. कुछ लोग जख्मी हैं, उन्हें दवा और आराम मिले.
बारबाडोस, यूनियन आइलैंड और ग्रेनाडा में तो तत्काल राहत की जरूरत है. टिन फूड, पाउडर मिल्क, सैनिटरी प्रोडक्ट, फर्स्ट एड किट्स और तंबुओं की जरूरत है.