बिहार के नालंदा जिले के इस्लामपुर इलाके में मंगलवार को संतोष कुमार उर्फ 'लाल बादशाह' के गिरोह और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुआ. इस गोलीबारी में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन बदमाश वहां से भागने में सफल रहे. सभी बदमाश एक जगह बैठकर खुलेआम शराब पी रहे थे, जबकि बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर साल 2016 से प्रतिबंध है.
नालंदा के पुलिस अधीक्षक भरत सोनी ने बताया, "संतोष कुमार और उसके गिरोह के सदस्यों के बड्डी गांव में शराब पीने की सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस की एक टीम वहां गई. पुलिसकर्मियों को देखते ही संतोष और उसके साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद वहां मौजूद भागने में सफल रहे.''
एसपी ने बताया कि बदमाश जहां बैठकर शराब पी रहे थे, वो एक भीड़भाड़ वाला इलाका है, इसलिए पुलिस ने बहुत ही नियंत्रित तरीके से फायरिंग की थी. संतोष कुमार के अलावा पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर ली है. उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है.
बताते चलें कि बिहार में पुलिस पर लगातार हमले हो रहे हैं. कुछ दिन पहले ही पटना में वाहन निरीक्षण अभियान के दौरान पुलिसकर्मियों पर गोली चलाने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था. ये घटना बीते शनिवार रात बिहटा इलाके में परेड ग्राउंड के पास हुई. पुलिसकर्मियों ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, लेकिन कोई घायल नहीं हुआ.
एक पुलिस आधिकारिक ने कहा था कि पुलिस ने निरीक्षण अभियान के दौरान कबाड़ ले जा रहे एक वाहन को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक ने गाड़ी नहीं रोकी. पुलिस की एक टीम ने तुरंत वाहन का पीछा किया. एक आवासीय इलाके में उसे जब्त कर लिया. अचानक स्थानीय लोगों ने हंगामा मचा दिया. वाहन को छुड़ाने की कोशिश करने लगे.
इस दौरान हथियारों से लैस कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में उन पर गोलियां चलाईं. इस घटना की सूचना मिलते ही आलाधिकारियों ने अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर भेजा. स्थिति को नियंत्रण में लाया गया. इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इससे पहले कटिहार के दंडखोरा थाने पर उत्तेजित भीड़ ने हमला कर दिया था. इस हमले में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. उनको नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई. पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आत्मरक्षा में गोली चलाई थी. ये घटना शराबबंदी कानून के उल्लंघन में गिरफ्तार व्यक्ति को छुड़ाने के उद्देश्य से हुई.