3 पेपर लीक, 6 राज्यों में नेटवर्क और CBI की एंट्री... कौन हैं मास्टरमाइंड, क्या हुआ अब तक एक्शन?

7 months ago 15

देश में इन दिनों पेपर लीक का मामला सुर्खियों में हैं. जहां एक तरफ NEET और UGC-NET जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में गड़बड़ी के मामले सामने आए हैं तो वहीं उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) भर्ती परीक्षा को लेकर भी लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं. पेपर लीक से देशभर के छात्र परेशान हैं. वो चाहे कोई भी राज्य हो, पेपर लीक और परीक्षा में धांधली का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा.

पेपर लीक के इन मामलों के तार 6 राज्यों से जुड़ते दिख रहे हैं. इस बीच NEET UG पेपर लीक मामले में सीबीआई की एंट्री हो गई है. वहीं यूपी आरओ और एआरओ पेपर लीक मामले में भी धरपकड़ जारी है. तो सबसे पहले जानने की कोशिश करते हैं कि किस मामले में किस तरह का एक्शन हो रहा है.

नीट पेपर लीक की गड़बड़ी कैसे आई सामने

नीट पेपर लीक प्रकरण से पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है और इसे लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर रहा है. बिहार व झारखंड में बिहार की आर्थिक अपराध शाखा (EOU) और राज्य पुलिस की अलग-अलग टीमें छापेमारी कर रही हैं. अभी तक करीब अलग-अलग जगहों से 30 से अधिक लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा 5 मई 2024 को नीट की परीक्षा 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी.  जिसमें देश के 14 शहर भी शामिल थे. 23 लाख से अधिक उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे. 

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67 छात्रों के एक साथ टॉप करने से हर कोई हैरान

इस साल चार जून को जब नीट परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए तो 67 छात्रों ने एक साथ टॉप रैंक हासिल की. 67 उम्मीदवारों ने समान 99.997129 परसेंटाइल स्कोर किया. आज तक कभी भी इतनी संख्या में एक साथ छात्र टॉपर नहीं रहे. सबसे अधिक 2021 में तीन छात्र टॉप पर गए थे. रिजल्ट देखने के बाद से यह सवाल खड़े हो गए कि आखिर इतने सारे बच्चों के फुल मार्क्स कैसे आ गए?  रिजल्ट के कुछ घंटे बाद ही सोशल मीडिया पर भी इस साल की नीट परीक्षा की शुच‍िता पर गंभीर सवाल उठने लगे थे.  67 टॉपर्स में से 8 टॉपर्स सेम एग्जाम सेंटर के थे. कई छात्रों का भी कहना था कि उनके नंबर इतने कम नहीं आ सकते हैं. 

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला

इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया और कई याचिकाएं दायर की गईं, जिस पर अब 8 जुलाई को सुनवाई होगी. एक याचिका में बड़े स्तर पर पेपर लीक की घटनाओं का हवाला देते हुए मनमाफिक परीक्षा केंद्र चुनने के लिए अपनाए जा रहे हथकंडों का भी जिक्र है. मसलन, ओडिशा, झारखंड और गुजरात जैसे राज्यों के छात्रों ने NEET परीक्षा देने के लिए गुजरात के गोधरा में एक खास सेंटर चुना था. इन छात्रों ने NEET क्लियर करने और गोधरा में एक ख़ास सेंटर जय जलाराम स्कूल में अपना सेंटर चुनने के लिए 10 लाख रुपए रिश्वत दी थी. नीट को लेकर दाखिल चार अलग-अलग याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने NTA को नोटिस जारी किया. पीठ ने इस नोटिस का जवाब 2 हफ्ते में दाखिल करने को कहा है. इन याचिकाओं पर भी 8 जुलाई को अगली सुनवाई मूल याचिका के साथ ही होगी.

नीट पेपर लीक के कनेक्शन चार राज्यों से जुड़े

1. बिहार में पेपर लीक और गिरफ्तारियां: नीट पेपर में धांधली की जांच के दौरान बिहार पुलिस ने जांच की तो सॉल्वर गैंग के पास 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड मिले थे और पहली बार पता चला कि बिहार में पेपर लीक हुआ था. इसमें पुलिस ने सबसे पहले पेपर लीक में चार अभ्यर्थ‍ियों समेत 13 लोगों की गिरफ्तारी की थी. NEET धांधली का मुख्य आरोपी अमित आनंद है, जिसने पेपर लीक करवाया. जबकि दूसरा आरोपी सिकंदर यादवेंदु है, जिसने पेपर बेचने के लिए डील की. इसके बाद पेपर खरीदने वाले छात्र हैं, जिन्होंने 40-40 लाख रुपये में पेपर खरीदे और चौथा बड़ा आरोप प्रदीप कुमार पर है, जो तेजस्वी यादव का निजी सचिव है, जिन पर आरोपी छात्रों के लिए गेस्ट हाउस का कमरा बुक करवाने का आरोप है.

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पेपर लीक के मास्टरमाइंड: अमित आनंद NEET पेपरलीक मामले का सूत्रधार है, जो इससे पहले कई पेपरलीक में शामिल रह चुका है, ये आरोपी कबूल कर चुका है कि उसने लाखों रुपये में सिकंदर यादवेंदु से पेपर की डील की. अमित आनंद ने बताया था कि मेरी दोस्ती सिकंदर यादुवेंदु के साथ है.इससे पहले ईओयू की टीम ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को पेपर लीक मामले से जुड़ी 21 जून तक सबूतों और फैक्ट के साथ-साथ आरोपियों के इकबालिया बयानों की एक रिपोर्ट सौंपी थी. वहीं, शनिवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नीट पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है.

2. हजारीबाग कनेक्शन: नीट यूजी पेपर लीक के दायरे में बिहार के अलावा झारखंड का हजारीबाग भी आ गया है. बिहार में जहां अभी तक 13 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं वहीं झारखंड पुलिस ने देवघर से 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. आशंका है कि झारखंड के हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से पेपर लीक किया गया. इकॉनोमिक ऑफेंस यूनिट (EOW) को बुकलेट बॉक्स से छेड़छाड़ के सबूत मिले. बुकलेट नंबर 6 1 3 6 4 8 8 इसी सीरीज के बुकलेट में जो पेपर थे वही लीक हुआ है और ये बुकलेट नंबर वाला बॉक्स हजारीबाग के ओएसिस स्कूल को मिला था. हजारीबाग का ये स्कूल पेपर लीक के लिए कुख्यात है. इसी साल 15 मार्च को बीपीएससी परीक्षा का भी पेपर लीक हुआ था और उसमें भी ओएसिस स्कूल का नाम आया था. 

शक के दायरे में हजारीबाग का एक प्रोफेसर भी आ गया है. सूत्रों की माने तो इसी प्रोफेसर ने पेपर को परीक्षा माफिया तक पहुंचाया. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई की पूरी जांच अब इस प्रोफेसर के इर्द गिर्द सिमट गई है क्योंकि पेपर लीक की जड में यही प्रोफेसर दिख रहा है.बिहार के माफिया संजीव मुखिया को भी पेपर हजारी बाग से ही मिला. EOU सूत्रों के मुताबिक हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से पेपर लीक हुआ था.  

3. गुजरात का गोधरा कनेक्शन: गुजरात के गोधरा में जय जलाराम स्कूल एक ऐसा परीक्षा केंद्र है, जहां कई राज्यों के छात्र NEET परीक्षा देने आए. इस सेंटर के सुप्रीटेंडेंट-डिप्टी सुप्रीटेंडेंट पर छात्रों को NEET परीक्षा में चीटिंग कराने के लिए 10-10 लाख रुपये लेने का आरोप है. गोधरा पुलिस ने इस धांधली का खुलासा किया था. पुलिस ने गोधरा में नीट-यूजी के लिए एक परीक्षा केंद्र पर कथित धोखाधड़ी के सिलसिले में एक कोचिंग सेंटर के प्रमुख सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.

4. महाराष्ट्र के लातूर में भी 4 लोगों के खिलाफ FIR: नीट पेपर लीक मामले का कनेक्शन महाराष्ट्र के लातूर जिले तक होने की बात का खुलासा हुआ है. इस मामले में 22 जून की रात नांदेड की ATS टीम ने दो शिक्षकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी..संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखाँ पठान नाम के दो शिक्षकों को ATS की टीम ने पूछताछ करते हुए रविवार को नोटिस देकर छोड़ दिया था.

जांच के बाद रविवार रात संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखाँ पठान के साथ धराशिव जिले में रहने वाले इरन्ना मष्णाजी कोनगलवार और दिल्ली के गंगाधर इन चार आरोपियों के खिलाफ शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है. जांच में जलील उमरखाँ पठाण ने संजय जाधव की मोबाइल पर भेजे हुए परीक्षार्थियों के हॉल टिकट्स और आर्थिक लेनदेन के कुछ मेसेज सामने आए. अब महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में एसआईटी गठित करने का फैसला किया है.

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शिक्षा मंत्रालय के फैसले के बाद सीबीआई की एंट्री

शिक्षा मंत्रालय ने NEET-UG परीक्षा में कथित गड़बड़ियों का मामला व्यापक जांच के लिए CBI को सौंप दिया. राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने 5 मई 2024 को OMR (पेन और पेपर) मोड में NEET-UG परीक्षा आयोजित की थी. मामला हाथ में लेने के बाद सीबीआई ने नीट परीक्षा धांधली केस में पहली एफआईआर दर्ज की है. परीक्षा में पारदर्शिता के लिए शिक्षा मंत्रालय ने एक समीक्षा की थी. इसके बाद इस मामले को व्यापक जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपने का फैसला किया. सीबीआई राज्यों में दर्ज एफआईआर को टेक ओवर करेगी. राज्यों ने जो आरोपी गिरफ्तार किए हैं, उन्हें भी कस्टडी में लिया जाएगा.

UGC-NET जून 2024 का एग्जाम रद्द

नीट परीक्षा में गड़बड़ी सामने आने के बाद शिक्षा मंत्रालय ने 18 जून, 2024 को देश के विभिन्न शहरों में आयोजित यूजीसी-नेट जून 2024 की परीक्षा को 19 जून को रद्द कर दिया था. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने परीक्षा दो शिफ्ट में ओएमआर (पेन और पेपर) मोड में आयोजित की थी. 19 जून, 2024 को यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) को परीक्षा के संबंध में गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर की नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट (NCTAU) से कुछ इनपुट प्राप्त हुए. ये इनपुट प्रथम दृष्टया संकेत देते हैं कि मंगलवार को आयोजित परीक्षा में गड़बड़ी हुई थी.

UGC-NET परीक्षा भी स्थगित

नीट परीक्षा में गड़बड़ी के बीच CSIR-UGC-NET की परीक्षा स्थगित कर दी गई है. इस परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओऱ से ही कराया जाता है. ये परीक्षा 25 से 27 जून के बीच होने वाली थी. परीक्षा स्थगित करने की वजह संसाधनों की कमी बताई जा रही है. NTA ने परीक्षा स्थगित करने की सूचना दी है. साथ ही कहा कि इस परीक्षा के आयोजन के लिए संशोधित कार्यक्रम की घोषणा बाद में आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से की जाएगी.

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यूपी आरओ और एआरओ परीक्षा में दो राज्यों में एक्शन

नीट पेपर लीक को लेकर हो रहे बवाल के बीच इसी साल फरवरी में हुई समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) के पेपर लीक मामले में यूपी एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है. यूपी के अलावा इस लीक में मध्य प्रदेश कनेक्शन सामने आया है. यूपी STF के अनुसार, मध्य प्रदेश की भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस में परीक्षा का पर्चा छपा था. UPSTF ने भोपाल के प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी सुनील रघुवंशी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.

सबसे पहले पेपर दो अलग-अलग जगह से लीक हुआ. पहला, भोपाल की उस प्रिंटिंग प्रेस से जहां से पेपर की छपाई हुई और दूसरा, प्रयागराज के उस परीक्षा केंद्र से जहां परीक्षा वाले दिन सुबह पेपर पहुंचा लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले लीक हो गया. यूपी एसटीएफ परीक्षा केंद्र से पेपर लीक नेटवर्क में प्रयागराज के बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल के परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक विनीत यशवंत समेत 10 आरोपियों को पहले ही जेल भेज चुकी है.

Article From: www.aajtak.in
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