मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल में बुधवार शाम उस समय हड़कंप मच गया जब जेल की गश्त कर रहे एक जेल प्रहरी को जेल परिसर स्थित मैदान के पास ड्रोन पड़ा हुआ मिला. जेल प्रहरी ने तुरंत इसकी सूचना जेल के सीनियर अधिकारियों को दी, जिसके बाद ड्रोन को जेल अधीक्षक के कमरे पर लाया गया और इसकी जांच की गयी.
ड्रोन में लगे हैं 2 लेंस
26 जनवरी को देखते हुए जेल प्रबंधन पहले से ही अलर्ट पर है और ऐसे में ड्रोन मिलने को गंभीर मानते हुए तत्काल इसकी सूचना डीजी जेल समेत डीजीपी कार्यालय को दी गयी. ड्रोन की जांच में पाया गया कि यह हल्की क्वालिटी का चायनीज ड्रोन है, जिसमें 2 लेंस लगे हुए हैं. फिलहाल पुलिस के टेक्निकल एक्सपर्ट ड्रोन की जांच कर रहे हैं.
बंद हैं कई हाई प्रोफाइल आतंकी
आपको बता दें कि भोपाल जेल देश की सबसे संवेदनशील जेलों में से एक मानी जाती है, जहां खूंखार कैदियों के साथ-सात कई आतंकी बंद हैं, जिनमें सिमी, हिज्ब उत तहरीर (HUT), पीएफआई, ISIS और जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) जैसे संगठन शामिल हैं. यह सभी आतंकी जेल की हाई सेक्योरिटी सेल में बंद हैं.
भोपाल सेंट्रल जेल में आतंकियों की सुरक्षा व्यवस्था अत्यधिक कड़ी और सख्त है. यह जेल सुरक्षा मानकों के मामले में हाई लेवल पर है, जहां आतंकियों को हर समय प्रहरियों की कड़ी निगरानी में रखा जाता है. जेल प्रबंधन का प्रमुख उद्देश्य है कि किसी भी स्थिति में सुरक्षा में कोई चूक न हो और आतंकियों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जा सके.
जेल मैन्युअल के नियमों के अनुसार, आतंकियों के साथ मुलाकात या अन्य सुविधाएं केवल विशिष्ट परिस्थितियों में ही दी जाती हैं. ये सुविधाएं सुरक्षा जांच के बाद ही दी जाती हैं ताकि जेल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. जेल प्रशासन की यह सतर्कता न केवल सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यह आतंकियों के मनोबल को भी तोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.